झारखंड के टाटानगर स्टेशन से सेमी हाई स्पीड की तेजस एक्सप्रेस चलेगी। आईआरसीटीसी अभी मुंबई, दिल्ली एवं अन्य मार्गों पर तेजस ट्रेन चला रही है, जिसे लोग स्पीड के कारण पसंद कर रहे हैं, यात्रा में समय कम लगने के साथ विभिन्न सुविधाएं उपलब्ध हैं।दक्षिण पूर्व रेलवे जोन तेजस ट्रेन के लिए भीड़ वाला मार्ग खोजने में जुटा है, ताकि साढ़े सात सौ से ज्यादा क्षमता वाली ट्रेन खाली न जाए। जानकार बताते हैं कि टाटानगर से पटना समेत अन्य किसी एक मार्ग पर तेजस दौड़ेगी। 160 से 180 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड से चलने वाली तेजस ट्रेन से लोग सात से आठ घंटे में पटना पहुंच सकेंगे, जबकि अन्य ट्रेनों में टाटा से पटना जाने में 11 घंटे से ज्यादा समय लगता है। चक्रधरपुर के डीआरएम ने जल्द ही मंडल से वंदे भारत ट्रेन चलने की जानकारी दी हैं। इससे टाटानगर और हावड़ा मुंबई रेलमार्ग सेमी हाई स्पीड ट्रेन मार्ग में शामिल हो जाएगायात्रियों के मनोरंजन से लेकर सुरक्षा तक की सुविधा तेजस ट्रेन देश की पहली सेमी हाई स्पीड ट्रेन है, जो पूरी तरह से वातानुकुलित है। इसमें यात्रियों के मनोरंजन के लिए एलइडी लगी हैं। ऑटोमेटिक दरवाजे हैं। सभी कोच में ऑटोमेटिक फायर अलार्म और डिटेक्शन सिस्टम लगे हैं। कोच में ऐसी व्यवस्था है कि आग लगने पर खुद ऑटोमेटिक ब्रेक लग जाएगा। कोच में बायो-वैक्यूम टॉयलेट हैं। इसमें पानी की बचत होती है।