रांची : झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से कल हुई ईडी की पूछताछ के बाद यूपीए और खासकर झारखंड मुक्ति मोर्चा ने केन्द्रीय जांच एजेंसियों के खिलाफ उबल रहे हैं. भाजपानीत केंद्र सरकार के रैवये को लेकर प्रदेश स्तर पर विरोध शुरू हो गया है. इसी क्रम में शुक्रवार को झामुमो के केन्द्रीय महासचिव सह प्रवक्ता एवं राज्य समन्वय समिति के सदस्य विनोद कुमार पांडेय के नेतृत्व में हजारों की संख्या में रांची पहुंचे। भारी भीड़ मोराबादी मैदान में जुटी हुई है। कुछ लोग कल से ही मोराबादी मैदान में डटे हुए थे। वैसे सभी को वापस जाने के लिए बोला गया है, पर अपने जनप्रिय नेता और मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन से मिल कर ही जाने की जिद ने उन्हें ठंड में भी गर्मी का अहसास करा रहा है. प्रदेश भर से जुटे लगभग डेढ़ लाख लोग मुख्यमंत्री आवास पहुंच गए। मोराबादी मैदान से लेकर मुख्यमंत्री आवास तक कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ डटी हुए है.
कार्यकर्ता जांच एजेंसियों और भाजपा पर जमकर बरसे
मुख्यमंत्री आवास के पास पार्टी के राजमहल सांसद विजय हांसदा ने कार्यकर्ताओं में जोश भरा. इसके बाद हेमन्त सोरेन ने विशाल भीड़ को संबोधित किया. उन्होंने इस बीच कई लोगों से मिलकर उनका हौसला बढ़ाया. यह देर रात तक जारी रहा. लोगों के मुंह से एक ही आवाज निकल रही थी कि इतना अच्छा काम करनेवाले मुख्यमंत्री को कोई जांच एजेंसी नहीं डरा सकती, जिन्होंने कोरोना काल में लोगों को बचाने के लिए ऐसा काम किया कि देश में एक नम्बर के मुख्यमंत्री साबित हुए। इसके बाद एक साल में जो काम किया है वह आज तक किसी सीएम ने नहीं किया था। हमारे जनप्रिय नेता झारखण्डियों की अपेक्षाओं पर खरे उतरे हैं। लोगों ने जांच एजेंसियों को ललकारते हुए कहा कि केन्द्र सरकार सरकारी एजेंसियों का दुरुपयोग करना बंद करे। हमें छेड़ने की कोशिश बार-बार हो रही है, लेकिन याद रहे हमें छेड़ोगे तो हम भी छोड़ेंगे नहीं. भीड़ की ओर से बार-बार कोसा जा रहा था. और इसके लिए भाजपा को जिम्मेवार ठहराया जा रहा था.
ये लोग थे शामिल
मुख्यमंत्री आवास में सुबह से ही महागठबंधन के सभी विधायक, मंत्री, सांसद सहित कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर मौजूद थे। इसके अलावा केन्द्रीय नेता फागु बेसरा, राजकुमार महतो, रांची जिलाध्यक्ष मुश्ताक आलम, अन्तु तिर्की, जिला सचिव डॉ हेमलाल कुमार मेहता हेमू जिला उपाध्यक्ष अश्विनी शर्मा, जनक नायक, कलाम आजाद, बीरू साहु, संयुक्त सचिव जुलफिकार खान, प्रदीप मिर्धा आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे. ये भीड़ को नियंत्रित और व्यवस्था बनाए रखने अपूर्व सहयोग दिया.