रांची: झारखण्ड सरकार की समन्वय समिति के सदस्य एवं झारखण्ड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष बंधु तिर्की ने कहा है कि बेड़ो के करमचंद भगत महाविद्यालय द्वारा कॉलेज भवन से मुख्य मार्ग तक उपयोग में लायी जा रही रैयतों की 44 डिसमिल ज़मीन शीघ्र ही अधिग्रहित की जायेगी. उन्होंने कहा कि इसके साथ ही अधिग्रहित जमीन के मालिकों को शीघ्र ही 1 लाख 25 हजार रूपये की दर से मुआवजा राशि का भुगतान किया जायेगा. श्री तिर्की ने कहा कि रांची विश्वविद्यालय के कुलपति की अध्यक्षता में करमचंद भगत महाविद्यालय बेड़ो की ज्वलंत समस्याओं के समाधान के लिए आयोजित बैठक में यह निर्णय लिया गया.
तृतीय-चतुर्थ वर्गीय पदों पर नियुक्ति दी जाएगी
श्री तिर्की ने कहा कि बैठक में कॉलेज की महत्वपूर्ण समस्याओं पर गंभीरतापूर्वक विचार किया गया. इस मामले में यह महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया कि अगले वर्ष 20 जनवरी तक महाविद्यालय की उन सभी ज्वलंत समस्याओं का समाधान कर दिया जायेगा, जिसकी जरूरत लंबे समय से महसूस की जा रही है. इसके तहत निजी रैयतों की ज़मीन के अधिग्रहण के अलावा कॉलेज के भवन निर्माण के लिए अधिग्रहित भूमि के भूस्वामियों की जांच के उपरांत उनके आश्रितों को योग्यता के आधार पर तृतीय एवं चतुर्थ वर्गीय पदों पर नियुक्ति प्रदान की जायेगी.
अभिभावकों की महत्वपूर्ण बैठक जल्द बुलाई जाएगी
बैठक में फैसला लिया गया कि महाविद्यालय के संदर्भ में अभिभावकों की एक महत्वपूर्ण बैठक जल्द ही आयोजित की जायेगी. श्री तिर्की के अनुसार बैठक में महाविद्यालय परिसर के साथ ही विश्वविद्यालय प्रशासन के साथ सौहार्दपूर्ण वातावरण हर हाल में कायम रखने का निर्णय लिया गया. इसके अलावा अगले तीन महीने के अंदर वार्षिक खेलकूद समारोह के आयोजन का निर्णय लिया गया. श्री तिर्की ने विश्वास व्यक्त किया कि इन महत्वपूर्ण निर्णयों के अनुपालन से एक ओर कॉलेज में लंबे समय से महसूस की जा रही आवश्यकताओं को पूरा किया जायेगा वहीं दूसरी ओर इसका सकारात्मक प्रभाव पूरे महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं, शिक्षक-शिक्षकेत्तर कर्मचारियों एवं पूरे क्षेत्र पर पड़ेगा.