देवघर। बिहार विधानसभा चुनाव और झारखंड विधानसभा उपचुनाव के स्टार प्रचारक कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोध कांत सहाय ने बाबा बैद्यनाथ द्वादश ज्योतिर्लिंग के दरबार में हाजिरी लगाई। देवघर परिसदन में ठहरे पूर्व मंत्री ने प्रेस वार्ता के माध्यम से बताया कि झारखंड के बेरमो तथा दुमका उपचुनाव महागठबंधन भारी मतों से जीतेगी। वहीं बिहार विधानसभा के प्रथम चरण में हुए 71 सीटों के मतदान का रुझान एवं बिहार का माहौल यह बता रहा है कि वहां भी महागठबंधन कि सरकार पूर्ण बहुमत में बनेगी। बड़े ही ताजुब की बात है कि झारखंड विधानसभा उपचुनाव भाजपा के नेता यह कह कर लड़ रहे हैं कि यह दोनों सीट पर जीत दिलाएं तो हम सरकार गिरा देंगें। यह कितनी शर्मनाक और असंवैधानिक बात है। झारखंड के साथ तीन राज्य का गठन हुआ। जिसमें छत्तीसगढ़ और उत्तराखंड की नींव कांग्रेस की सरकार ने रखी जो आज कहां से कहां पहुंच गया और झारखंड की नींव भाजपा ने रखी. जो देश के राज्य में 28 वां पायदान पर आकर खड़ी हो गई। गठन के 20 साल में से 17 साल यहाँ भाजपा ने शासन किया, फिर भी मन नहीं भरा और राज्य की यह स्थिति बना दी। जिस राज्य में देश के 40 प्रतिशत खनिज संपदा हो। इस रतनगर्भा की धरती पर आज लोग बेवस, मजबूर, गरीब और बेरोजगार बन बैठे हैं। इनके शासनकाल में दस हजार उद्योग बंद हो गए और वही भाजपा की सरकार पांच सौ करोड़ों रुपैया उद्योग लगाने के नाम पर हाथी उड़ाने में खर्च कर दिए। परिणाम स्वरूप एक भी उद्योग झारखंड में नहीं लगा। यही कारण है कि झारखंड की जनता ने भाजपा और मोदी को नकार दिया। हेमंत सोरेन के नेतृत्व में महागठबंधन की सरकार तो बनी। लेकिन विडंबना यह है कि सर मुड़ाते ही ओले पड़े का कहावत चरितार्थ हो गया। सरकार बनते ही कोरोना ने दहशत फैला दी। पूर्वर्ती सरकार ने खजाना चाट-पोछकर साफ कर चल दिए हैं। खजाना खाली है। ऐसे में हेमंत सोरेन के साथ कांग्रेस के वित्त, खाद्य आपूर्ति,स्वास्थ्य,कृषि और पशुपालन, ग्रामीण विकास के मंत्रीगणों ने अपनी अहम भूमिका अदा कर इस आपदा को बड़े ही सुदृढ़ ढंग निबटने का काम किया। केंद्र सरकार द्वारा हेमंत सरकार को विफल करने के लिए जीएसटी और रॉयल्टी के पैसे नहीं दे रहे हैं। उल्टे डीवीसी का बकाया राशि1714करोड़ चुपके से काट लेते हैं। राज्य के पास पैसे नहीं है। बावजूद सरकार अपने मेनिफेस्टो को लागू करने का काम कर रही है। जिस प्रकार 2019 में भारतीय जनता पार्टी को यहां से हराया है उसी प्रकार दो 2020 में भी बिहार से हराऐंगें। चुकी जनता बिहार की जनता ने गत विधानसभा में भी भाजपा के विपरीत मतदान किया था,परंतु नीतीश कुमार ने जनादेश के विपरित भाजपा के साथ सरकार बनाई।केंद्र सरकार हर मोर्चे में विफल हो रही है। कोरोना के आगमन के समय मार्च में ही देश की अर्थव्यवस्था काफी नाजुक स्थिति में हो गई थी।देश का जीडीपी – 24 पर आ गई है। जहां किसानों के विरोध में कानून बनाए जा रहे हैं। चंद पूंजीपति परिवारों के हित में केन्द्र सरकार काम कर रही है। पंजाब में मौदी के अडाणी और अंबानी का पुतला दहन हो रहा है। गरीब, मजदूर, ठेला-रिक्शाऔर खोमचे वाले से कर्ज वसूली जा रही है।वहीं चंद पूंजीपतियों का साढे तीन लाख करोड़ रुपए बैंक ऋण माफ किया गया है। भारतीय जनता पार्टी की सरकार में किसी भी प्रकार का आर्थिक व सामाजिक विकास नहीं हो पाया है। लोग जीएसटीऔर नोटवंदी का आर्थिक मार झेल रहे हैं। जनता ऐसी शासन से उब चुकी है और बहुत जल्द ही इसे केंद्र से भी उखाड़ फेंकने का काम करेगी। इस दौरान देवघर जिला के वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रो.उदय प्रकाश,पूर्व जिला अध्यक्ष राजेंद्र दास, सेवादल के प्रदेश उपाध्यक्ष अजय कुमार, नागेश्वर सिंह,रविंद्र नाथ मिश्रा,दिनेशानंद झा,मीडिया प्रभारी दिनेश मंडल, नगर अध्यक्ष रवि केसरी,महिला कांग्रेस अध्यक्ष प्रमिला देवी, नाहिदा सुल्तान, अर्जुन राउत, अमित पांडेय, राहुल राज,मनमोहन झा आदि मौजूद थे। न्यूज़ सोर्स न्यूज़ मकरान्त देवघर