केरेडारी/हजारीबाग – केरेडारी प्रखंड के लोचर गाँव में जंगली हाथियों के झुंड ने जमकर उत्पात मचाया। रात में जब ग्रामीण अपने घरों में सो रहे थे, तब अचानक हाथियों की चिघाड़ सुनाई दी। लोग डरकर अपने घर से बाहर निकलकर सुरक्षित स्थानों की ओर भागने लगे, जिससे पूरे गांव में अफरातफरी मच गई। कुछ देर बाद ग्रामीण युवकों ने हिम्मत जुटाकर मशाल जलाई और टीन पीटना शुरू किया। तब जाकर हाथियों का झुंड पास के जंगल की तरफ भाग गया। हाथी फिर न आ जाएं, इस दहशत में ग्रामीणों ने पूरी रात जागकर बिताई ।
ग्रामीणों के अनुसार झुंड में लगभग दो दर्जन हाथी थे। हाथियों के झुंड ने रूपलाल महतो, प्रसाद महतो, लखन महतो ,विनोद कुमार महतो ,बैजनाथ महतो ,भुनेश्वर महतो, प्रभु महतो ,निरंजन महतो ,कौलेश्वर महतो, पप्पू महतो, प्रदीप महतो ,कृष्णा महतो ,किशोर महतो सहित दर्जनों किसानों के खेत में लगे बैंगन, गोभी ,मिर्चा, केला, गन्ना, प्याज, मसूर, मटर ,बीन ,चना आदि फसल को नष्ट कर दिए। इस कारण ग्रामीणों में काफी रोष और भय व्याप्त है। सूचना पाकर सोमवार की सुबह मुखिया मुखिया प्रतिनिधि लिलाधन साव ने नुकसान का जायजा लिया और कहा की जंगली हाथियों का झुंड इस गांव में घुसकर उत्पात मचाया जिसके कारण काफी नुकसान हुआ है। इसके बावजूद वन विभाग के अधिकारी व कर्मचारी हाथियों से बचाव के लिए कोई ठोस उपाय नहीं कर रहे हैं।
मुखिया प्रतिनिधि ने क्षतिपूर्ति मुआवजे का भोक्तभोगियो को आश्वासन दिए। वही भुक्तभोगी रूपलाल महतो प्रसाद महतो लखन महतो सहित दर्जनों दर्जनों किसानों का कहना है कि हम सभी किसान खेती बारी कर अपना जीविकोपार्जन करते हैं। हाथियों के झुंड के द्वारा जो फसल का नुकसान हुआ है उसका हम लोग क्षतिपूर्ति मुआवजे का मांग करते हैं ताकि अपना जिविकोपार्जन को पालन कर सकें।