रांची: ओला-उबर के नियमों से असंतुष्ट झारखंड प्रदेश टैक्सी यूनियन के तमाम सदस्यों ने मोरहाबादी मैदान में बैठक की. इस दौरान ओला उबर की ओर से तय किए गए कम रेट, प्राइवेट बाइक टैक्सी, निजी वाहनों को टैक्सी के रूप में उपयोग करने समेत कई मसलों पर चर्चा की गई. इस दौरान सदस्यों ने ओला-उबेर पर मनमानी का आरोप लगाया और गुरुवार से तीन दिन तक ओला-उबर की बुकिंग का बहिष्कार करने का ऐलान किया. इससे ओला-उबर से यात्रा करने वालों की मुश्किल बढ़ सकती है.
*दोनों कंपनी पर कमीशन अधिक लेने का आरोप*
झारखंड प्रदेश टैक्सी यूनियन के अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह ने बताया कि ओला और उबर की ओर से भाड़ा की दर काफी कम रखी जा रही है, जिसकी वजह से टैक्सी चालकों को बहुत ही कम मुनाफा होता है और कभी-कभी तो उन्हें नुकसान में ही रहना पड़ता है. जबकि ओला-उबर कंपनी अपना कमीशन लेने में कमी नहीं करतीं. वहीं शहर में निजी मोटरसाइकिल चालक भी बाइक टैक्सी के रूप में बिना रजिस्ट्रेशन के खुलेआम काम कर रहे हैं, जिससे लोग टैक्सी का उपयोग कम कर रहे हैं.
झारखंड के टैक्सी चालकों का कहना है कि ओला उबर अपनी व्यापारिक प्रतिस्पर्धा के लिए बुकिंग रेट दिन प्रतिदिन कम करती जा रही हैं, जिससे टैक्सी चालकों को सीधा नुकसान होता है. इसीलिए झारखंड प्रदेश टैक्सी यूनियन की मांग है कि दोनों ही कंपनी बुकिंग रेट की दर बराबर रखें, ताकि टैक्सी चालकों को नुकसान न हो. अपनी मांग को पूरा कराने के लिए झारखंड प्रदेश टैक्सी यूनियन की ओर से गुरुवार से 3 दिनों की पूर्ण बंदी की जाएगी. इसके अंतर्गत राज्य भर के टैक्सी चालक ओला उबर की बुकिंग का बहिष्कार करेंगे. ऐसे में यात्रियों को गुरुवार से 3 दिनों तक परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है.