झारखण्ड का जामताड़ा जिला पुरे देश में बदनाम होता जा रहा है वजह जानकर आप हैरान होंगे | देश की २२ प्रदेशों की पुलिस साल में एक दो बार जामताड़ा के चक्कर लगा जाती है साइबर चोरों को खोजने के लिए | जामताडा साइबर अपराध का अड्डा बनता जा रहा है यहाँ पर जयदतर यवा साइबर अपराध को ही अपना रोज़ी रोटी का जरिया बना रखे हैं , कुछ साल पहले यहाँ से कुछ युवक दिल्ली गए नौकरी की तलाश में और वह पर उनलोगों ने साइबर ठगी की कला को सीखा और इजी मनी के चक्कर में इस काम में एक्सपर्ट हो गए वापस आकर उन्होंने ये काम अपने जामताड़ा के घर से ही चालू कर दिया और दूसरे युवको को भी अपने साथ कर लिया | जामताड़ा के आस पास घने जंगलों से इनको काफी फायदा मिलता है और कभी पुलिस आये तो ये जंगलो में जाके चुप जाते है | इस छोटे से जिले में अपना साइबर पुलिस स्टेशन है जो समय समय पर करवाई करके इनसे ठगी का माल बरामद करती रहती है बदनामी का हाल ये है की यहाँ पर लड़कियों की सदी होनी मुश्किल हो गई है कही से भी इनके लिए रिस्ता आना बंद हो गया है पुलिस यहाँ के युवा को एड्रेस प्रूफ देने से कतराती है | अगली बार जब आपके पास बैंक वाले का आधार नंबर अपडेट कराने के लिए किसी का फ़ोन आये तो एक बार पूछ लीजियेगा भाई जामताड़ा से तो नहीं बोल रहे हो |