गिरिडीह: गिरिडीह नगर निगम के पचंबा थाना क्षेत्र में पिछले 12 जून की देर शाम को दो समुदायों के बीच पथराव की घटना के बाद यहां लोग अभी भी तनावग्रस्त के माहौल में कैद हैं. हलाकि इस मामले में पुलिस ने सात लोंगो को गिरफ्तार किया है. इसके बावजूद लोग दहशत में हैं. हिंदू समाज के कई लोग अब इलाका ही छोड़ने की बात कह रहे हैं। मंगलवार को यहां के कई लोगों ने घरों के बाहर मकान बिक्री का पोस्टर चिपका दिया है। जिसकी सूचना मिलने पर जिला सांसद प्रतिनिधि दिनेश यादव, पूर्व विघायक निर्भय शहाबादी समेत अन्य भाजपायी पचंबा के लोंगो को निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई की मांग को लेकर धरने पर बैठ गये.
एसडीएम ने धरना समाप्त कराया
इधर, धरने की सूचना मिलने पर गिरिडीह के एसडीएम विशाल खलको तत्काल मौके पर पहुंचे और भाजपा नेताओं को आश्वस्त किया कि सबके साथ न्याय होगा। तब जाकर धरना समाप्त हुआ। लोगों का कहना है कि पथराव की घटना इससे पहले भी हुई लेकिन पुलिस का रवैया सही नही है. इसके कारण लोग घटना और इसके बाद पुलिस की कार्रवाई से नाराज हैं। लोंगो का कहना है कि बार-बार इसी मोहल्ले को निशाना बनाया जा रहा है। कुछ दिनों पूर्व भी यहां पर पथराव किया गया था। और पथराव की घटना के बाद निर्दोषों पर कार्रवाई की जा रही है। जो व्यावहरिक नहीं हैं, जो दोषी हैं उनपर कार्रवाई होनी चाहिये।
छ्ह लोगों को जेल भेजा गया
गौरतलब है कि रविवार की देर शाम पचंबा हटिया मुहल्ले में छेड़खानी के एक मामले को लेकर विवाद हुआ था. इसके कुछ देर बाद मारपीट होने लगी फिर पथराव शुरू हो गया. इसके बाद मामला दो समुदाय का बन गया। पुलिस-प्रशासन ने समय रहते स्थिति पर काबू पा लिया। बाद में इस मामले को लेकर एफआईआर दर्ज कर छ्ह लोगों को जेल भेजा गया। जेल भेजने को लेकर भी पहले पचम्बा थाना परिसर में हंगामा हुआ था। हालांकि स्थिति लगभग सामान्य है किंतु एक समुदाय के कुछ लोग सुरक्षा को लेकर अन्यत्र पलायन के मुड में हैं. कई लोग अपना पुश्तैनी घर बेचने की तैयारी कर रहे हैं.