गिरिडीह (कमलनयन): जिला अस्पताल परिसर में स्थित ब्ल्ड बैंक में सभी ग्रुप के रक्त का पर्याप्त स्टॉक हो गया। महज आठ दिनों पूर्व गिरिडीह ब्लड बैंक में रक्त का शून्य स्टॉक था, जो अब बढ़कर 287 यनिट हो गया। आलम यह था कि किसी भी ग्रुप का एक यूनिट खून किसी मरीज को चढ़ाने की जरूरत होती थी, तो उनके परिजन रक्त डोनर को साथ में लाते थे तब जाकर मरीज की सांसे आगे बढ़ पाती थी। गिरिडीह के संवेदनशील उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा को यह पता चला कि 23 लाख आबादी वाले गिरिहीह जिला मुख्यालय में स्थित ब्लड बैंक में रक्त स्टॉक खत्म हो गया है. इसके बाद उन्होंने इसकी कमी की ओर ध्यान देना शुरू किया था.
260 लोगों ने रक्तदान किया
उपायुक्त नमन ने तत्काल निर्देश देकर जिला समाहरणालय परिसर में ही रक्तदान शिविर आयोजित करवाया. उन्होंने खुद भी रक्तदान किया. 24 अगस्त को लगे उक्त रक्तदान शिविर में एक सौ यूनिट रक्त संग्रह हुआ। इसके तुरन्त बाद 31 अगस्त को कबीर ज्ञान मंदिर ट्रस्ट के सदस्य आगे आए और मां ज्ञान के जन्मोत्सव के मौके पर रक्तदान वृहत रक्तदान शिविर आयोजित किया गया। शिविर में 260 से अधिक महिला-पुरुषों ने अपना रक्तदान किया। इस शिविर में कुल 260 यूनिट रक्तदान किए गए. समाहरणालय परिसर और कबीर ज्ञान मंदिर में रक्तदान शिविर आयोजित होने के पश्चात गिरिडीह ब्लड बैंक में रक्त कोष कम पड़ने की समस्या फिलहाल खत्म हो गई है.
डीसी ने रक्तदान के लिए प्रेरित किया था
बता दें कि सर्वाधिक परेशानी हिमोफीलिया और थैलेसीमिया के मरीजों को हो रही थी. इन दोनों बीमारियों से ग्रस्त मरीजों को समय-समय पर खून चढ़ाने की जरूरत होती है। दोनों बीमारियों के जिले में 150 से अधिक मरीज है। इस सराहनीय पहल के लिए गिरिडीह के उपायुक्त नमन प्रियेश एंव श्री कबीर ज्ञान मंदिर ट्रस्ट के तमाम सदस्य धन्यवाद के हकदार है, जिन्होने स्वंय रक्तदान कर और लोगों को भी इस दिशा में आगे बढ़कर रक्तदान के लिए प्रेरित किया। इनके रक्तदान से कइयों की जिंदगी बचायी जा सकेगी।
अलग-अलग ग्रुप के 287 यूनिट रक्त स्टॉक
ब्लड बैंक के प्रभारी डॉ. सोहेल अंसारी ने बताया कि गुरुवार को अलग-अलग ग्रुप के 287 यूनिट रक्त जमा है, जिसमे ए पॉजिटिव 44 यूनिट, बी पॉजिटिव 124 यूनिट, एबी पॉजिटिव 11 यूनिट, ओ पॉजिटिव 106 यूनिट रक्त स्टॉक में है. बी नेगेटिव भी 2″यूनिट रक्त स्टोक में है.