दिल्ली में दीवाली से पहले प्रदूषण की रोकथाम के लिए 1 अक्टूबर से प्रदूषण फैला रही गाड़ियों पर सख्त एक्शन के लिए ग्रेडेड रेस्पॉन्स एक्शन प्लान(ग्रेप) लागू होने वाला है।
दिल्ली सरकार के ट्रांसपोर्ट विभाग के जॉइंट कमिश्नर नवलेन्द्र कुमार सिंह ने बताया की जिन लोगों के पास वैध पीयूसी नहीं होगी, उनके 10-10 हजार रुपये के चालान काटे जाएंगे और जिन्होंने अपनी 10 साल पुरानी डीजल और 15 साल पुरानी पेट्रोल गाड़ियां अभी तक स्क्रैप नहीं करवाई हैं, उन्हें भी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
कमिश्नर नवलेन्द्र कुमार सिंह ने कहा “एनफोर्समेंट टीमें ऐसी गाड़ियों को सड़कों पर चलने से तो रोकेंगी ही, साथ ही सार्वजनिक पार्किंग स्थलों पर भी सरप्राइज चेकिंग करेंगी और अगर किसी ने अपनी गाड़ी पार्किंग में खड़ी कर रखी है, तो वहा से भी गाड़ी उठाकर सीधे स्क्रैप करने के लिए भेज दी जाएगी”।
कमिश्नर नवलेन्द्र ने साथ ही यह भी बताया कि “टीम पहले से ही अलर्ट है और एक्शन भी ले रही हैं, लेकिन अब ओर सख्ती से एनफोर्समेंट के लिए कमर कस ली गई है, चेकिंग टीमों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी और दिल्ली के बॉर्डर से सटे अन्य राज्यों में भी रजिस्टर्ड वाहनों की भी निगरानी की जाएगी”।
जिन लोगों ने लंबे समय से अपनी गाड़ियों की प्रदूषण जांच नही करवाई है, ऐसे करीब 15 हजार लोगो को नोटिस भेजके उन्हें चेतावनी दी गई है कि 15 दिन के अंदर अपनी गाड़ी जांच नही करवाई तो उनके 10-10 हजार रुपए के चालान काटे जाएंगे।
इस साल, 1 जनवरी से लेकर 20 सितंबर तक 12,523 वाहनों के चालान कट चुके हैं और 5,596 पुरानी गाड़ियों को जब्त करके स्क्रैप करने के लिए भी भेजा दिया गया है, बिना ढंके कंस्ट्रक्शन मटीरियल वाली 50 से ज्यादा गाड़ी जब्त की जा चुकी है। अब तक ज्यादातर पुराने टूवीलर्स ही जब्त किए जाते रहे हैं, लेकिन अब फोर विलर्स पर खास फोकस किया जा रहा है। ऐसी गाड़ियों को क्रेनों के जरिये उठाकर जब्त किया जा रहा है ताकि उन्हें सड़को पर न चलाया जा सके।