बॉम्बे हाई कोर्ट से महाराष्ट्र के शिवाजी पार्क में 2 अक्टूबर से 6 अक्टूबर तक दशहरा रैली की इजाजत दे दी गई है।
शिव सेना वर्षों से यहाँ रैली का आयोजन करती आई है। पिछले दो वर्षों से कोरोना के कारण यह रैली स्थगित कर दी गई थी। अब स्थिति सुधरने के बाद ठाकरे गुट ने 5 अक्टूबर को रैली करने का ऐलान किया था।
मुम्बई पुलिस ने रैली की वजह से कानून व्यवस्था गड़बड़ाने की आशंका संबंधी रिपोर्ट बीएमसी को दी थी। जिस कारण बीएमसी ने अनुमति नहीं दी और मामला बॉम्बे हाई कोर्ट पहुँचा। ठाकरे गुट के अनिल देसाई ने 22 अगस्त को और शिंदे गुट के विधायक सदा सर्वांकर ने 30 अगस्त को आवेदन दिया था। गुरुवार को सुनवाई करते हुए हाई कोर्ट ने याचिकाकर्ताओं को 2 से 6 अक्टूबर के बीच रैली करने की अनुमति दी।
बॉम्बे हाई कोर्ट ने “कानून व्यवस्था बनाये रखने के को कहा और साथ ही पुलिस रैली के दौरान वीडियो रिकॉर्ड करेगी। कुछ गलत होता है तो बाद में कार्यक्रम को जारी रखने की अनुमति नहीं दी जाएगी।”
ठाकरे ने कहा कि “5 अक्टूबर को दशहरा की होने वाली रैली में परंपराओ पर कोई कालिख न लगे उस पर विशेष ध्यान दिया जायेगा|”
बताया जा रहा है कि एकनाथ शिन्दे फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएंगे।
शिव सेना प्रेसिडेंट उद्धव ठाकरे ने शिव सेना महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा देने के बाद शिव सेना दो फाड़ में बदल गयी तब से ही उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे में असली शिव सेना होने का विवाद खड़ा हो गया है।