रांची : यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के 8 वर्षों के कार्यकाल के रिपोर्ट कार्ड पर हमें गौर करना चाहिए. आज भारत विश्व महाशक्ति बनने के मार्ग पर निरंतर आगे बढ़ रहा है. देश की आजादी के तत्काल बाद से इस दिशा में हम आगे बढ़ रहे हैं. लेकिन पिछले 8 वर्षों में भारत तेजी से आगे बढ़ा है, वह भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की देन है. प्रधानमंत्री इस बात को समझते हैं कि किसी राष्ट्र के विकास के लिए मजबूत अर्थव्यवस्था जरूरी है. जब 2014 में वे प्रधानमंत्री बने तो उनकी सरकार के सामने कर्ज में डूबी अर्थव्यवस्था, पुरानी कर प्रणाली, एनपीए समस्या से जूझते बैंक, और पुराने निरर्थक नियम कानून थे. यह कहना है झारखण्ड प्रदेश भाजपा कार्यसमिति सदस्य सांवरमल अग्रवाल का.
देश विश्व में पांचवी अर्थव्यवस्था बन कर उभरा
श्री अग्रवाल ने कहा कि देश की जटिल समस्याओं पर पीएम लगातार समाधान के प्रति गंभीर हैं. पीएम ने मुद्रीकरण, ऑनलाइन लेन-देन को प्रोत्साहन दिया. एक राष्ट्र एक कर प्रणाली जीएसटी लागू की. आयकर नियमों में सुधार के परिणाम स्वरूप आयकर जीएसटी में अभूतपूर्व संग्रह हुआ. इस राशि का एक भाग जन कल्याण में खर्च किया जा रहा है. इन सुधारों का फल है कि देश विश्व में पांचवी अर्थव्यवस्था बन कर उभरा है. उन्होंने कहा कि पीएम ने देश की कई चुनौतियां,मसलन…शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वच्छता आर्थिक जगत, उद्योग, रक्षा समस्या, विदेश नीति, किसान मजदूर, महिलाओं की समस्या, युवाओं के लिए रोजगार की समस्या, सामाजिक क्षेत्र में स्वच्छ भारत शौचालय अभियान के साथ-साथ आयुष्मान भारत जैसे विश्व की बड़ी स्वास्थ्य योजना गरीबों के लिए आवास योजना से करोड़ों का कल्याण, उज्जवला योजना शामिल हैं. इस योजना के माध्यम से महिलाओं को धुएं से मुक्ति मिली. वहीं जल जीवन मिशन लागू कर घर-घर तक शुद्ध पेयजल पहुंचाने का काम शुरू हुआ. इसके अलावा अंत्योदय के अंतर्गत अंतिम पंक्ति में शामिल व्यक्ति का सर्वांगीण विकास योजना के माध्यम से लाभ पहुंचाने में यह सरकार कृत संकल्पित है.
पीएम ने व्यावसायिक शिक्षा और प्रशिक्षण पर जोर दिया
उन्होंने कहा कि नई शिक्षा नीति 2020 के कारण पहली बार भारत के बच्चों को अपनी स्वेच्छा से पढ़ाई करने का मौका मिला है. मातृभाषा में पढ़ाई उच्च शिक्षा के क्षेत्र में कर्ज से मुक्ति मिलेगी. इस नई संकल्पना देश की दशा-दिशा में भारी परिवर्तन हुआ है. इससे स्कूल-कॉलेज स्तर पर व्यावसायिक शिक्षा और प्रशिक्षण पर जोर डालने से रोजगार में मददगार होगी. वहीं रक्षा के क्षेत्र में हमारा राष्ट्र मोदी जी लोकल फोर वोकल की योजना के तहत काफी आगे बढ़ रहा है. इसके अलावा विशेष छात्रावास, शुल्क माफी एवं वित्तीय सहायता की पेशकश, उनकी भाषा संस्कृति पर फोकस किया. राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में खेल पर भी विशेष ध्यान केंद्रित किया गया है. जनजातीय बच्चों के लिए एकल विद्यालयों की संख्या को 5 गुना बढ़ाया गया. जनजातीय औषधियों प्रबंधन पारंपरिक जैविक फसल की खेती को बढ़ावा प्राकृतिक खेती में विशेष पाठ्यक्रम क्षेत्र में शिक्षा मंत्रालय की तेजी से कार्य चल रहे हैं.
कई राष्ट्रों के साथ सामरिक व कूटनीतिक संबंध मजबूत हुए
उन्होंने कहा कि विश्व के कई राष्ट्रों के साथ सामूहिक सामरिक और कूटनीतिक संबंध में भी मोदी जी की ठोस पहल से देश को मजबूती मिली है. उन्होंने कहा कि पीएम ने अपने राजनीतिक कौशल से जनता की स्मृतियों को ताजा करते रहते हैं. प्रशासनिक एवं जनकल्याणकारी कई ऐसे काम पूरे हुए हैं जिनकी उम्मीद देश को नहीं थी. वहीं जन-धन योजना अनुच्छेद 370 की समाप्ति, तीन तलाक का अंत, राष्ट्रीय राजमार्गों का तेजी से विकास और राम मंदिर के निर्माण का कार्य प्रारंभ हुआ है. देश की युवापीढ़ी को पूर्ण विश्वास है कि प्रधानमंत्री ने देश की व्यवस्था को व्यवस्थित करने का सराहनीय कार्य किया है. युवाओं का स्पष्ट मत है कि रोजगार के क्षेत्र में देश की वर्तमान सरकार द्वारा जो कदम उठाए गए हैं, वह बहुपयोगी हैं.
आजादी के आंदोलन के महानायकों को सम्मान दिया
उन्होंने इस बात स्पष्ट रूप से उल्लेख करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने देश की आजादी के आंदोलन के महानायकों को एवं आजाद भारत के नवनिर्माण में जिनकी महती भूमिका थी जिन्हें आजादी के बाद के शासकों ने भुला दिया था ऐसे प्रेरणास्रोत गांधी सुभाष चंद्र बोस, वीर सावरकर, सरदार पटेल, बाबासाहेब अंबेडकर, देशरत्न डॉ राजेंद्र प्रसाद आदि विभूतियों को मोदी जी ने जन-जन के बीच महत्वपूर्ण स्थान और सम्मान देने का काम किया है. वही गुलामी के प्रतीक चिन्हों को मिटाने की दिशा में भी वह कदम बढ़ा रहे हैं. इसके अलावा मोदी जी ने जनजातीय समाज की अपेक्षाओं के प्रति विशेष सजगता के साथ ध्यान दिया. जनजातीय समाज के त्याग-बलिदान को याद करते हुए भगवान बिरसा मुंडा की जयंती 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस घोषित किया. वहीं स्कूल-कॉलेजों में इस समुदाय के बच्चों की भागीदारी बढ़ाने, शुल्क माफी एवं वित्तीय सहायता की पेशकश, उनकी भाषा, संस्कृति को संरक्षित करने के साथ ही राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में विशेष ध्यान केंद्रित किया.
स्वर्णिम भारत के निर्माण की सिद्धि के संकल्पित साधक
उन्होंने कहा कि किसी भी राष्ट्र की सत्ता में बैठे राजनेता चुनाव के बाद अगली पीढ़ी की चिंता करते हैं. वही हमारे पीएम ने अगली पीढ़ी ही नहीं, बल्कि कई पीढ़ियों की चिंता और उनके भविष्य के विकास की चिंता करते हुए एक स्वर्णिम भारत के निर्माण की सिद्धि के संकल्पित साधक एवं कर्मयोगी राजनेता के रूप में दिखाई देते हैं. उनके बताए रास्ते पर चलकर ही नए भारत और आत्मनिर्भर भारत, जागरूक भारत और स्वर्णिम भारत का निर्माण संभव है.