सोमवार को मोदी सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के अनुराग ठाकुर ने सूचना देते हुए कहा कि आईटी के नियमों के तहत सामग्री में छेड़छाड़ और फर्जी खबरों को प्रसारित करने के आरोप में यूट्यूब के 10 यूट्यूब चैनल की 45 वीडियो को प्रतिबन्ध कर दिया गया है ।
इन वीडियो पर धार्मिक समुदायों के बीच घृणा फैलाने का काम करने और राष्ट्रीय सुरक्षा, विदेशी संबंधो, और सार्वजनिक व्यवस्थाओ से जुड़े मामलों पर गलत सूचनाएं प्रसारित करने का आरोप है।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि “जिन वीडियो को ब्लॉक किया गया है, उन्हें कुल मिलाकर 1.30 करोड़ बार देखा जा चुका है”।
मंत्रालय द्वारा प्रतिबंधित किए गए कुछ वीडियो का इस्तेमाल अग्निपथ योजना, भारतीय सशस्त्र बलों, भारत का राष्ट्रीय सुरक्षा तंत्र, कश्मीर से जुड़े मुद्दों पर गलत सूचनाएं प्रसारित करने के लिए किया जा रहा था।
अनुराग ठाकुर ने कहा, ‘‘इन चैनलों में ऐसी सामग्री थी, जो समुदायों के बीच भय और भ्रम फैलाती है”।
आईटी के नैतिक नियमो के तहत, सितंबर 23 को वीडियो पर प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया गया। शुक्रवार को वीडियो को बैन कर दिया गया। सोमवार को अनुराग ठाकुर ने इसकी सूचना दी।
अनुराग ठाकुर ने बताया कि “इससे पहले भी सरकार कर चुकी है कार्रवाई, जिसके चलते 102 यूट्यूब चैनल और फेसबुक अकाउंट को प्रतिबंधित किया था|”