गिरिडीह: चोरी करने गये अपराधी विनोद चोधरी की पीट-पीट कर हत्या कर दी गई। घटना गिरिडीह मुफस्सिल थाना क्षेत्र के सादीगवारों की है. घटना की सूचना पर एसडीपीओ अनिल कुमार सिंह व मुफस्सिल थाना प्रभारी विनय कुमार राम सदलबल के साथ पहुंचे और शव को जब्त कर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया गया। पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गई है.
मवेशी खोल कर ले जाने का आरोप
घटना की बाबत बताया गया कि 31 दिसंबर की देर रात को आदिवासी बाहुल्य सादीगंवारों गांव के बीरालाल टुडू नामक व्यक्ति के घर के उस कमरे में विनोद घुस गया, जिसमें बकरियां और अन्य मवेशी थे। विनोद बकरियों को खोल रहा था, तभी मवेशी चिल्लाने लगे. मवेशियों की आवाज सुनकर घरवाले जग गए और शोर मचाने लगे। गृह स्वामी बीरालाल जिस कमरे में सोया था, उससे बाहर निकलने का प्रयास किया, लेकिन बाहर से कमरा बंद था, तभी अंदर से कमरे के दरवाजे को उखाड़ कर हाथ में तीर-धनुष लेकर बाहर निकला। घरवाले इस दौरान विनोद पर हमला कर दिया.
विनोद को घेर कर मारा-पीटा गया
इस हमले में बीरालाल चोटिल हो गया है. इस बीच गांववाले जुट गए और भाग रहे विनोद को घेर लिया। घेरने के बाद ग्रामीणों ने विनोद की जमकर पिटाई की. इस पिटाई से विनोद बुरी तरह घायल हो गया और थोड़ी देर में ही उसने दम तोड़ दिया। रविवार को सुबह में घटना की सूचना पूरे इलाके में फैल गई।
चोरी की घटना से गुस्से में थे लोग
घटना की सूचना पर जिला परिषद सदस्य प्रवीण मुर्मू, मुखिया फूलचंद बास्के, उप मुखिया संजय यादव व अन्य पहुंचे. लोगों ने कहा कि यह घटना आत्मरक्षा में घटी है। क्योंकि विनोद पहले से दागी था और इस इलाके में चोरी की घटना लगातार घट रही थी। और गुस्से में आकर ग्रामीणों ने विनोद की पिटाई की। जिसके फलस्वरूप उसकी मौत हो गई। कई लोगों ने इसे मॉब लिंचिंग की घटना भी मान रहे हैं.