शनिवार को अनुमण्डल पदाधिकारी रांची के निदेशानुसार इरबा स्थित एस्क्लेपियस अस्पताल के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। अस्पताल प्रशासन द्वारा शुक्रवार को कोविड पॉजिटिव पाए गए एक शख्स की गलत डेड बॉडी परिजनों को सौंप दी गयी थी। जिसके बाद परिजनों को जब इस बात की जानकारी मिली तब उन्होंने इसकी शिकायत जिला प्रशासन को दी थी।
*जमशेदपुर का रहने वाला था मृतक*
जमशेदपुर से इरबा स्थित एस्क्लेपियस अस्पताल में जांच करवाने पहुंचे एक शख्स की कोविड19 की वजह से मौत हो गयी थी। जिसके पश्चात रांची जिला प्रशासन के प्रयास से मृतक के परिजनों को अंतिम संस्कार हेतु बॉडी जमशेदपुर ले जाने की अनुमति दी गई थी।
परिजन जब बॉडी को लेकर जमशेदपुर पहुंचे तब अंतिम संस्कार के दौरान उन्होंने देखा कि यह बॉडी किसी और शख्स की है। जिसके पश्चात इसकी शिकायत उन्होंने जिला प्रशासन रांची से की। रांची जिला प्रशासन को शिकायत मिलने पर अनुमण्डल पदाधिकारी रांची श्री लोकेश मिश्रा ने त्वरित कार्रवाई करते हुए अस्पताल पहुंच कर मामले की जांच करवाई। जांच में यह बात सामने आई कि जिस शख्स की बॉडी अस्पताल प्रशासन द्वारा परिजनों को दी गई थी, वह किसी अन्य व्यक्ति की थी। जिसके पश्चात मामले में कार्रवाई करते हुए श्री लोकेश ने परिजनों से उस बॉडी को वापस अस्पताल पहुंचाने को कहा एवं अपने परिजन को बॉडी ले जाने की पुनः अनुमति दी।
*लापरवाही करने वाले अस्पताल के खिलाफ दर्ज हुआ एफआईआर*
अनुमण्डल पदाधिकारी श्री लोकेश मिश्रा ने कहा, “जमशेदपुर के एक परिवार को अस्पताल द्वारा गलत बॉडी दे दी गई थी। जिसकी शिकायत मिलने के बाद उसकी जांच करवाई गई। जांच में शिकायत सही मिलने पर एस्क्लेपीएस अस्पताल के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवा कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।”
“कोविड19 के संक्रमण के दौर में इस तरह की लापरवाही बर्दाश्त के योग्य नहीं है। जिला प्रशासन आमजनों के सहयोग के लिए सदैव तत्पर है। लापरवाही करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”