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Monday, December 23, 2024
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राँची मे गैर मान्यता प्राप्त निजी स्कूल के शिक्षक शिक्षिकाएँ अपनी तीन मांगों को लेकर किया शांतिपूर्ण प्रदर्शन

राँची – आज गैर मान्यता प्राप्त निजी स्कूल के शिक्षक शिक्षिकाएँ अपनी तीन मांगों को लेकर फिर से एक बार फिरायालाल चोक पर मानव श्रीखला बनाकर प्राइवेट स्कूल के लाचार और बेबस शिक्षक अपनी मांग को सरकार के पास रखे। इस मानव श्रीखला में सरकार से तीन मुख्य मांग को रखा गया। *1U-DISE प्राप्त सभी स्कूलों को बिना शर्त सरकार मान्यता दें 2 RTE 2019 से पहले स्थापित बिद्यालय को बिना शर्त सरकार मान्यता दें। 3 गैर मान्यता प्राप्त वाले स्कूलों के शिक्षक शिक्षिकाएँ व कर्मचारियों को सरकार आर्थिक मदद दे।
*आज नेशनल प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के बैनर तले* फिरायालाल चौक पर स्कूल संचालक ,सहायक शिक्षक और कर्मचारी कोराना महामारी को देखते हुवे सोशल डिस्टेन्स के साथ मानव श्रीखला बनाकर सरकार को एक नजर प्राइवेट स्कूल के शिक्षक कर्मचारियों के तरफ भी ध्यान देने के लिए कहा गया और अपनी मांगों को पूरी करने को कहा गया।
इस बीच एसोसिएसन के अध्यक्ष अक्षय प्रसाद सिंह ने बताया कि 5 सितम्बर को हमलोग एक दिवसीय धरना मोराबादी स्थित बापू वाटिका के नीचे दिया था ।जिसमे सरकार से ये मांग किया गया था कि 25 अप्रैल 2019 RTE में संशोधन कर सरकार प्राइवेट स्कूल को मान्यता दें। U-Dise प्राप्त सभी स्कूलों को मान्यता दिया जाय। गैर मान्यता प्राप्त बिद्यालय के शिक्षक और कर्मचारियों को जो लगभग 6 माह से किसी प्रकार का कोई भी मासिक शुल्क नही आने के कारण बेतन नही मिल पाया है ऐसे लाचार और बेबस शिक्षक जो राज्य की साक्षरता दर बढाहने में योगदान दिया है इन सभी को सरकार यथाशिघ्र आर्थिक मदद करे।।इसी बीच एसोसिएसन के कोषाध्यक्ष अरविंद कुमार ने कहा कि इस कोराना काल मे हमारे स्कूल छ माह से बंद पड़ा है। प्राइवेट स्कूल के सभी शिक्षकों का सम्पूर्ण राशन समाप्त हो गया है इस कोराना काल में सभी का जिना बहुत मुश्किल हो गया है । इस लिए हमारी मांगें है कि सरकार जल्द ही इस मांग को पूरा करें। असोसिएसन के महासचिव नंद किशोर झा ने कहा कि कोरोना काल के इस वैश्विक महामारी में सबसे ज्यादा आर्थिक संकट का सामना करना पड़ रहा है तो वह छोटे-छोटे वैसे निजी विद्यालय जहां पर दैनिक भोगी रिक्शा चालक सब्जी विक्रेता के बच्चे पढ़ रहे हैं क्योंकि मार्च के बाद से आज तक अभिभावक न फीस दे रहे हैं ना किसी तरह का सहयोग कर रहे हैं सबसे ज्यादा तकलीफ इस बात पर भी है कि पिछले वर्ष का फिर भी बकाया है क्योंकि परीक्षा के समय ही लोक डाउन शुरू हो गया था आज गैर मान्यता प्राप्त विद्यालयों के साथ कोई खड़ा नहीं है इसलिए सरकार आर्थिक सहायता करे। सचिव शैलवाहन कुमार ने कहा कि हमारे सभी विद्यालय यू डाइस कोड से संबंधित सभी तरह के छात्र शिक्षकों का डाटा प्रतिवर्ष सरकार के पास जमा करते हैं हमारे विद्यालय के वैसे शिक्षक जो प्रशिक्षित नहीं थे सरकार द्वारा डीएलएड द्वारा प्रशिक्षित किया गया हमारे शिक्षकों का डाटा के साथ उनका वेतनमान जो हम देते हैं सरकार के पास है इस बीच प्रभात कुमार रथ परशुराम प्रसाद डॉoसुषमा केरकेट्टा मोजाहिदुल इस्लाम अमीन अंसारी अलोक बिपिन टोप्पो मनोज कुमार भट श्याम चंद्र झा प्रीतम कुमार संजय कुमार रॉबट कुमार सुरेंदर पासवान आलोक कुमार तिवारी मोहम्मद रफीक रामचंद्र झा अशोक कुमार महतो प्रीतम कुमार रसीद इकबाल कुमुद झा अब्दुल माजीद वसी एकबाल आदि उपस्थित थे। न्यूज़ सोर्स जौहर न्यूज़ रांची

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