दिनांक 16.10.2020 को उपायुक्त की अध्यक्षता में जिला स्तरीय निर्यात समिति(DLEPC) से संबंधित एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस दौरान उपायुक्त ने कहा राज्य सरकार के निदेश के आलोक में जिले में डिस्ट्रिक्ट लेवल एक्सपोर्ट प्रोमोशन काउंसिल का गठन किया गया है जिसका प्रमुख उद्देश्य न केवल जिले में बल्कि संपूर्ण राज्य में एक्सपोर्ट को सुदृढ़ एवं बेहतर करना है। गिरिडीह जिले में एक्सपोर्ट प्रोमोशन हेतु काफी उत्पाद तैयार किए जाते हैं। वर्तमान में सभी उत्पादों को चिन्हित करते हुए बड़े पैमाने पर जिले एवं राज्य की उपयोगिता सुनिश्चित करते हुए उत्पादों का निर्यात बड़े स्तर पर किया जाय।
उपायुक्त ने कहा कि गिरिडीह जिले में मायका की क्वालिटी वर्ल्ड में बेस्ट है जिसका उत्पाद काफी बड़े पैमाने पर तैयार किया जाता है। साथ ही टीएमटी बार, आयरन, सिलिकॉन मेगनीज, कार्बन इलेक्ट्रोड, पिग आयरन एवं स्पॉन्ज आयरन बड़े पैमाने पर तैयार किया जाता है। इसके अलावा उपायुक्त ने कहा कि गिरिडीह जिले में पर्याप्त मात्रा में माइका, ढीबरा के उत्पादन से कई प्रकार के उत्पाद तैयार किये जाते है जिसका निर्यात कई देशों में इंसुलेटर, सर्किट पार्टिकल्स एवं कॉस्मेटिक सामग्री आदि हेतु किया जाता है। उपायुक्त द्वारा मायका इंडस्ट्री से संबंधित बड़े-बड़े फैक्ट्रियों को इसी जिले में स्थापित करने हेतु कहा गया कि जिससे हमारा देश एवं राज्य आत्मनिर्भर बनने की दिशा में अग्रसर हो। उपायुक्त द्वारा जिला स्तरीय निर्यात समिति में सभी संबंधित पदाधिकारियों एवं इंडस्ट्रीज प्रबंधकों के साथ विचार-विमर्श किया गया। उपस्थित सभी इंडस्ट्रीज के प्रबंधकों द्वारा अपने-अपने विचार साझा करते हुए कहा गया की माइका एवं अन्य खनिज उत्पादों को लेकर जिले में काफी स्कोप है। उन्होंने कहा कि सभी निर्यात उत्पादों को चिन्हित कराकर खनन बड़े पैमाने पर किया जाएगा जिससे कि जिले के सभी इंडस्ट्रीज को उनके रॉ मटेरियल बड़े आसानी से उपलब्ध कराया जा सकें। रॉ मटेरियल उपलब्ध होने से इंडस्ट्रीज सुनियोजित तरीके से उत्पाद को तैयार कर बड़े स्तर पर निर्यात कर सकता है। इसके अलावा उपायुक्त द्वारा गिरिडीह जिले में कृषि विभाग से संबंधित उत्पादों जैसे एलोवेरा, मोरिंगा, ब्राकली व अन्य ऑर्गेनिक फार्मींग उत्पादों का उत्पादन भी बड़े पैमाने पर तैयार करने हेतु जोर दिया गया, जिसकी मांग अपने देश के विभिन्न क्षेत्रों के साथ ही देश-विदेशों में की जाती है। सभी उत्पादों की क्लस्टर बनाकर ऑर्गेनिक फार्मींग एवं लिफ्ट इरीगेशन के माध्यम से इसकी खेती बड़े पैमाने पर की जा रही है एवं सुनियोजित तरीके से इन सभी उत्पादों का पैकेजिंग कर मार्केट में निर्यात किया जा सकता है और व्यापक प्रचार-प्रसार के माध्यम से इसके निर्यात को बढ़ाया जा सकता है। इसके अलावा उपायुक्त ने कहा कि फार्मर प्रोड्यूसर ऑर्गनाइजेशन (FPO) कॉन्ट्रैक्ट फार्मिंग का सहारा लेना चाहते हैं तो ले सकते हैं जिससे उत्पादों के निर्यात को बढ़ाया जा सकता है।
आगे उपायुक्त ने कहा कि एक्सपोर्ट प्रोमोशन काउंसिल को लेकर कई बैठकें की गई है जिससे जुड़े जितने भी स्टोक होल्डर्स है, सभी के विचारो को राज्य सरकार के पास रखा जाएगा, जिससे कि नए पॉलिसीज एवं लाइसेंस की जरूरत एवं उससे संबंधित निर्णय लेते हुए सभी निर्यात उत्पादों को बड़े पैमाने पर प्रोमोट किया जा सकें। इसके साथ ही उपायुक्त द्वारा ग्रेफाइट से संबंधित इंडस्ट्रीज को विकसित करने एवं कीमती पत्थरों से संबंधित लीगल माइनिंग की आवश्यकता को देखते हुए संबंधित अधिकारियों को उचित दिशा-निर्देश दिया गया है।
उपायुक्त ने कहा कि वर्तमान में कोविड-19 से उत्पन्न परिस्थितियों के कारण स्थानीय श्रमिकों को शत-प्रतिशत रोजगार उपलब्ध कराना जिला प्रशासन की पहली प्राथमिकता है। इस परिस्थिति में व्यापक पैमाने पर रोजगार सृजन करने हेतु माइका उद्योग एवं अन्य खनिज उत्पादों को सुदृढ़ करना की आवश्यकता है ताकि ज्यादा से ज्यादा संख्या में स्थानीय श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराकर उन्हें लाभान्वित किया जा सके।
■ गिरिडीह जिले के निर्यात उत्पादों को सुदृढ़ एवं बेहतर बनाने हेतु उपायुक्त द्वारा जिले के कई प्रमुख इंडस्ट्रीज का निरीक्षण किया गया …
उपायुक्त द्वारा गिरिडीह जिले में स्थित प्रमुख इंडस्ट्रीज यथा यथा रूबी माइका कंपनी लिमिटेड, अतिबीर इंडस्ट्रीज कंपनी लिमिटेड, श्री साईं मिनरल्स लिमिटेड एवं सलूजा स्टील एंड पावर प्राइवेट लिमिटेड आदि इंडस्ट्रीज/एक्सपोर्ट उत्पादन केन्द्रों का निरीक्षण किया गया जहाँ ढिबरा/स्क्रैप को तोड़कर उससे प्राप्त मायका को कैटिगराइज करते हुए कुछ को माइका पाउडर तथा कुछ को माइका फ्लेक्स में परिवर्तित किया जा रहा था जिनका विविध प्रकार से उपयोग में लाया जाता है। निरिक्षण के दौरान उपायुक्त ने कहा कि गिरिडीह जिले में माइका एवं लोहे आदि खनिज उत्पादों से बनाए जा रहे सामग्रियों यथा माइका पाउडर, माइका पेपर/फ्लेक्स, टीएमटी बार, स्पोंज आयरन, रेलवे प्रोडक्टस आदि अन्य उत्पादों का देश और विदेशों में बड़े स्तर पर निर्यात किये जाने हेतु इसे और सुदृढ़ एवं बेहतर बनाना की आवश्कता है ताकि हमारे देश, राज्य व जिले को आत्मनिर्भर भारत की ओर अग्रसर किया जा सकें। साथ ही निर्यात के क्षेत्र में गिरिडीह जिला अपनी अहम व अग्रिम भूमिका निभा सके।
■ बैठक में इनकी रहीं उपस्थिति…
बैठक में मुख्य रूप से अग्रणी जिला प्रबंधक, बैंक ऑफ इंडिया, महाप्रबंधक, जिला उद्योग केंद्र, अध्यक्ष, चैंबर ऑफ कॉमर्स, डीडीएम, नाबार्ड, जिला कृषि पदाधिकारी, जिला उद्यान पदाधिकारी, जिला आकांक्षी सलाहकार, सचिव, माइका एसोसिएशन व अन्य संबंधित अधिकारीगण उपस्थित थे।