आज खूंटी जिला अंतर्गत राज्य भर में मनरेगा व जेएसएलपीएस के संयुक्त प्रयासों से संचालित दीदी बाड़ी योजना का अवलोकन किया गया। इस दौरान उप विकास आयुक्त ने तोरपा प्रखंड के तपकरा गाँव में असरिता देवी की बाड़ी से जिले में योजना का शुभारंभ फीता काट कर किया।
दीदी बाड़ी योजना के तहत राज्य सरकार द्वारा कुपोषण के विरुद्ध जंग का आगाज़ किया है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य उचित आहार के माध्यम से कुपोषण को मात देना व स्थानीय लोगों को इस बाड़ी में काम करते हुए रोज़गार प्रदान कराना है। इस प्रयास के माध्यम से सभी ग्रामीण महिलाओं के 1 से 5 डिसमिल के ज़मीन पर पोषण युक्त पौधों को लगाते हुए पौष्टिक आहार को आमजनों के दैनिक आहार का हिस्सा बनाने का है। यह योजना 4 प्रारूपों में उपलब्ध है। इसके तहत महिला लाभार्थी अपने 1.26, 2.06, 3.1 व 5.17 डिसमिल ज़मीन पर पोषण युक्त पौधे (जैसे- टमाटर, बैंगन, राजमा, मूली, गाजर इत्यादि) व पेड़ (जैसे- पपीता, निम्बू, मोरिंगा, केला व अन्य लतर) को लगाकर उनकी देखभाल करेंगे। इसके उपज से महिलाओं व उनके परिवार को पौष्टिक आहार मिलेगा व खुद के खेत पर काम करने हेतु मनरेगा के माध्यम से रोज़गार भी मुहैया कराया जाएगा। इस बाड़ी के तहत एक जलकुंड व कम्पोस्ट खाद हेतु गड्ढे का भी निर्माण किया जाएगा। यह मॉडल पूर्णतः जैविक खाद व पद्धतियों पर आधारित होगा।
इस योजना के क्रियान्वयन के लिए मनरेगा को तकनिकी मदद व जेएसएलपीएस को लाभुक चयन, क्षमता वर्धन व अन्य प्रशिक्षण की ज़िम्मेदारी दी गयी है।
इसी क्रम में उप विकास आयुक्त द्वारा लाभुकों के बीच बीज वितरण किया गया। साथ ही उन्होंने पौष्टिक वृक्षों का पौधारोपण भी किया।