उपायुक्त के निर्देशानुसार जिले में देलाबु इसकूल तेबुआ’ (आओ स्कूल चलें) अभियान का संचालन किया जा रहा है।आज सभी प्रखण्डों में वरीय पदाधिकारी एवं सम्बन्धित प्रखण्ड के प्रखण्ड विकास पदाधिकारी द्वारा विभिन्न विद्यालयों में बच्चों को पढ़ाया गया। इसमें मुख्य रूप से कार्यपालक दंडाधिकारी, श्रीमती उषा मुंडू ने रनिया प्रखण्ड के प्राथमिक एवं मध्य विद्यालय में बच्चों को पढ़ाया। जिला आपूर्ति पदाधिकारी, श्रीमती रंजीता टोप्पो ने कृष्ण वल्लभ उच्च विद्यालय में बच्चों से बात-चीत कर उन्हें मार्गदर्शन दिया। इसके अतिरिक्त कर्रा, रनिया, अड़की, तोरपा, मुरहू एवं खूंटी प्रखण्ड के प्रखण्ड विकास पदाधिकारी द्वारा अपने सम्बन्धित क्षेत्र के उच्च एवं मध्य विद्यालयों में बच्चों को पढ़ाया गया। साथ ही उन्होंने अभियान के तहत उन्हें जागरूक किया। ड्रॉप आउट बच्चों को विद्यालय से जोड़ना एक सार्थक पहल है। उच्च शिक्षा के लिए मार्ग प्रशस्त करना और पढ़ाई में आने वाली आर्थिक कमी को दूर कर उनके निर्धारित लक्ष्य तक पहुंचाने की जिला प्रशासन की एक सकारात्मक पहल है। हर स्तर पर किये जाने वाले ये प्रयास निश्चित ही सफल होंगे और शिक्षा का स्तर बढ़ेगा। कोरोना के तीसरी लहर के संक्रमण की गति कम होने के कारण दो वर्षों के लम्बे अंतराल के बाद पुनः विद्यालयों को खोला गया है परन्तु विद्यालयों में बच्चों की उपस्थिति बहुत की कम है जो चिंतनीय विषय है। उपायुक्त की पहल पर ‘‘देलाबु इसकुल तेबुआ’’(आओ स्कूल चलें) अभियान का संचालन किया जा रहा है। इस अभियान का उद्देश्य है कि कोई भी बच्चा अपने शिक्षा के अधिकार से वंचित ना रहे। इसके अतिरिक्त जिले में 40 निर्धारित जोन में प्रतिनियुक्त पर्यवेक्षकों की टीम सक्रिय है। उनके द्वारा विद्यालयों का भ्रमण कर प्रतिदिन प्रतिवेदन तैयार किया जा रहा है। शिक्षण व्यवस्था को सुदृढ़ करने हेतु प्रयास किये जा रहे हैं। उन्हें छात्रवृत्ति योजनाओं से जोड़ा जाएगा। साथ ही सरकार की कल्याणकारी योजनाओं से जुड़ी जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी एवं इसका लाभ सहज रूप से मिल सकेगा। यह अभियान न केवल शिक्षण व्यवस्था को सुदृढ़ करने का माध्यम बनेगा बल्कि इससे विद्यालयों की आधारभूत संरचना को विकसित कर सकारात्मक वातावरण का निर्माण भी सम्भव हो सकेगा। लोगों को जागरूक करने के क्रम में अभियान के उद्देश्यों को साझा किया गया। जन आंदोलन के रूप में बच्चों को उनके शिक्षा का अधिकार सुनिश्चित कराने एवं उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए जन जागरूकता जारी है।