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Monday, December 23, 2024
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गिरिडीह – स्वरोजगार एवं आत्मनिर्भर बनाने हेतु किसानों को दिया जा रहा है प्रशिक्षण

गिरिडीह – वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के बढ़ते प्रसार को देखते हुए राज्य सरकार के द्वारा 31 जुलाई तक लॉकडाउन विस्तारित किया गया है। कोविड-19 से बचाव एवं रोकथाम हेतु राज्य सरकार एवं जिला द्वारा कई तरह के कदम उठाए जा रहे हैं। इसके अलावा लॉकडाउन की वजह से उत्पन्न परिस्थिति को देखते हुए विभिन्न राज्यों एवं जिलों से लौटे श्रमिकों एवं प्रभावित ग्रामीण परिवारों को स्वरोजगार एवं आत्मनिर्भर करने के उद्देश्य से जिले में चल रहे विभिन्न योजनाओं के साथ प्रधानमंत्री गरीब कल्याण रोजगार अभियान एवं मनरेगा के तहत एवं अन्य योजनाओं के तहत रोजगार उपलब्ध कराया जा रहा है। साथ ही विभिन्न रोजगार से संबंधित प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। इसी आलोक में आज दिनांक 04.07.20 को उपायुक्त के द्वारा कृषि विज्ञान केंद्र बेंगाबाद, गिरिडीह का निरीक्षण कर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक व उचित दिशा निर्देश दिया गया।इसके अलावा निरीक्षण के क्रम में उपायुक्त ने जानकारी दी कि बाहर से आए प्रवासी मजदूरों को जिले में चल रहे विभिन्न योजनाओं से रोजगार उपलब्ध कराते हुए उनकी कुशलता के अनुसार विभिन्न प्रकार के रोजगार दिए जा सकते हैं। साथ ही बाहर से आए श्रमिकों को कृषि विज्ञान केंद्र में अधिकारियों के द्वारा कृषि से संबंधित प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। ताकि श्रमिकों को उनकी कुशलता के अनुसार विभिन्न विभागों में रोजगार से जोड़ा जा सके। उन्होंने कहा कि गरीब कल्याण रोजगार अभियान का उद्देश्य श्रमिकों को रोजगार मुहैया करवा कर आत्मनिर्भर एवं सशक्त बनाना है।*■ जिला प्रशासन की पहली प्राथमिकता होगी किसानों को उनकी कुशलता के आधार पर रोजगार के अवसर उपलब्ध कराया जा सके:-निरीक्षण के क्रम में उपायुक्त ने जानकारी दी कि जिले के किसानों को कृषि विज्ञान केंद्र में प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि 16 कार्यक्रम की शुरुआत की गई है। एक कार्यक्रम में करीब 40 से 45 श्रमिकों को प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जा रहा है। किसानों को उन्नत कृषि हेतु कृषि से संबंधित यथा वर्मी कम्पोस्ट, हार्वेस्टिंग पौधारोपण एवं अन्य योजनाओं से संबंधित प्रशिक्षण दिया जा रहा है। जिसका उद्देश्य है कि किसान अपनी भूमि पर नए एवं उन्नत कृषि करना सीखे और नए विज्ञान की तरीको से अवगत हो अपनी कृषि की उत्पादन क्षमता को बढ़ा सकें। तथा उससे लाभान्वित हो सके। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण समाप्ति के पश्चात प्रशासन की पहली प्राथमिकता होगी कि विभिन्न विभागों में विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत प्रशिक्षण प्राप्त किसानों को उनकी कुशलता के आधार पर रोजगार के अवसर उपलब्ध कराया जा सके ताकि वे स्वरोजगार एवं आत्मनिर्भर बन सके तथा उसका लाभ उठा सकें। उन्होंने कहा कि कृषि विज्ञान केंद्र में आज काफी संख्या में किसानों को प्रशिक्षण दिया गया। इसके अलावा उपायुक्त ने प्रशिक्षण कर रहे हैं किसानों से वार्ता कर उनके अवसरों के बारे में जानकारी ली गई। तथा उपायुक्त के द्वारा सभी किसानों को प्रोत्साहित करते हुए कहा गया कि कृषि की उत्पादन क्षमता को बढ़ाने हेतु एवं उन्नत किस्म कृषि के लिए प्रशिक्षण बेहद जरूरी है। जिससे कि आप सभी को प्रशिक्षण के समाप्ति के पश्चातविभिन्न विभागों में एवं कृषि विभाग में रोजगार के अवसर दिए जाएं जिससे कि आप अपनी कृषि की उत्पादन क्षमता को बढ़ा सकें। तथा लाभान्वित हो सके एवं अपनी पैदावार को बढ़ा सकें।*■ प्रखंड में संचालित विभिन्न योजनाओं यथा मनरेगा एवं आम बागवानी का लिया जायजा…*बेंगाबाद प्रखंड अंतर्गत संचालित विभिन्न योजनाओं का उपायुक्त ने निरीक्षण कर जायजा लिया। इसके अलावा मनरेगा एवं आम बागवानी योजना का भी निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि जिले के प्रवासी मजदूरों को ग्राम में ही स्वरोजगार से जोड़ना है। ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले अधिकांश किसान कृषि, बागवानी और पशुपालन पर निर्भर रहते हैं। ऐसे में सरकार व जिला प्रशासन की पहली प्राथमिकता ज्यादा से ज्यादा लोगों को इस योजना से जोड़ने का प्रयास रहेगा। तथा किसानों को प्रशिक्षण देकर विभिन्न विभागों में रोजगार सृजन किए जाएंगे।*■ निरीक्षण के क्रम में इनकी रहीं उपस्थिति..*निरीक्षण के क्रम में जिला कृषि पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी बेंगाबाद, प्रखंड कृषि पदाधिकारी, बेंगाबाद एवं अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।

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