रांची : नामकुम थाना क्षेत्र के कवाली निवासी बीएसएफ जवान रायमुंडी लकड़ा (55)की इलाज के दौरान राजस्थान के रायसिंह नगर में ड्यूटी के दौरान शहीद हो गए. शनिवार की रात उनका पार्थिव शरीर विमान से रांची एयरपोर्ट पहुंचा जिसके बाद देर रात उनके पैतृक गांव कवाली में अंतिम संस्कार किया गया. शहीद के बड़े भाई अंथोनी लकड़ा ने बताया कि 13 नवंबर की सुबह बीएसएफ कैंप से फोन आया और बताया कि रायमुंडी की ड्यूटी के दौरान तबीयत ख़राब हो गई है . जिसके बाद परिजनों को अनहोनी की आशंका हुई . दिल्ली बीएसएफ कैंप में कार्यरत चचेरे भाई के माध्यम से पता चला कि ड्यूटी के दौरान तबीयत बिगड़ने से भाई की मृत्यु हो गई.14 नवंबर की शाम सात बजे विमान से लेकर एएसआई जी पी बेसरा रांची एयरपोर्ट पहुंचे, वहां से लगभग 9 बजे तिरंगे में लिपटा पार्थिव शरीर कवाली लाया गया . घर के समीप स्थित कब्रिस्तान में अंतिम संस्कार किया गया. अंतिम संस्कार से पूर्व हजारीबाग स्थित बीएसएफ कैंप से आएं जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर एवं सलामी दी, अंतिम संस्कार में स्थानीय विधायक राजेश कच्छप, नामकुम पुलिस व रिस्तेदार शामिल हुए . दिसंबर में आने की बात कहकर फरवरी में गए थे ड्यूटी परिजनों ने बताया कि रायमुंडी फरवरी में ही ड्यूटी पर गए थे . उन्होंने दिसंबर में छुट्टी पर आने की बात कही थी परन्तु नहीं आए बल्कि उनका शव आया . चार भाईयों में सबसे छोटे थे रायमुंडी शहीद रायमुंडी भाईयों में सबसे छोटे थे. सबसे बड़े भाई लोरेंस रुण्डा सेना से सेवानिवृत्त है, दुसरे नंबर पर जोहन लकड़ा खेती बाड़ी करते हैं, तीसरे स्थान पर अंथोनी लकड़ा गुमला जिले में फोरेस्टर है . वहीं उनके अश्विन पूजन लकड़ा एवं अविनाश लकड़ा दो बेटे हैं . बड़े बेटे अश्विन ने कहा कि मौका मिलेगा तो पापा की तरह बीएसएफ में जाकर देश सेवा करुंगा।