पटना : मंगलवार को बिहार की राजनीति में भूचाल आ गया. अचानक राजद के पांच एमएलसी जदयू में शामिल हो गए. इस तरह राजद को आज बड़ा झटका लगा है. विधान परिषद में राबड़ी देवी की नेता प्रतिपक्ष की कुर्सी भी छीन गयी है. क्योंकि विधान परिषद में इस कुर्सी के लिए कम से कम 8 विधान पार्षदों का होना जरुरी है. जबकि राजद के विधान परिषद में केवल तीन सदस्य ही बच गए हैं.वहीँ जदयू ने दावा किया है की अभी राजद के कुछ और नेता पार्टी में शामिल हो सकते हैं. राजद अभी इस सदमे से उबर भी नहीं पाई थी की पार्टी के वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद ने राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के पद से इस्तीफा दे दिया. इस मामले को लेकर बिहार की राजनीति अब गर्म हो गयी है. बिहार भाजपा प्रवक्ता डॉ. निखिल आनंद ने कहा की राजद सुप्रीमो को तेज प्रताप यादव या मीसा भारती को पार्टी का नेता बनाना चाहिए.उधर इस मामले को लेकर लालू के बड़े लाल और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव ने कहा की हमने तो मुख्यमंत्री को भागते देखा है. एमएलसी क्या चीज हैं. उन्होंने कहा की लालूवादी न कभी थकें है और न ही कभी झुकें हैं.बताते चलें की बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार महागठबंधन को छोड़ कर भाजपा के साथ चलें गए थे. उस सरकार में तेजस्वी यादव उपमुख्यमंत्री और तेज प्रताप यादव स्वास्थ्य मंत्री बनाये गए थे. नीतीश कुमार के महागठबंधन छोड़ने के बाद राजद सरकार से बाहर हो गयी थी. न्यूज़ सोर्स झारखण्ड रिपोर्टर्स