जिले के सुदूरवर्ती क्षेत्रों में सकारात्मक वातावरण का निर्माण करने की दिशा में जिला प्रशासन द्वारा सम्भव प्रयास जारी है। जे.एस.एल.पी.एस. की टीम ने सुदूर गावों में अपनी ड्राइव टीम भजते हुए नये सखी मंडलों के गठन हेतु सक्रिय कदम उठाए हैं। खूंटी जिले के अड़की प्रखण्ड की तस्वीर अब बदल रही है। अड़की प्रखण्ड के तिरला, बोहंडा, बीरबांकी, कोचांग एवं मदहातु पंचायत में विशेष ड्राईव चलाकर महिलाओं को जोड़ा गया। इस माध्यम से कुल 85 नए समूहों का गठन किया गया है, साथ ही कुल 45 निष्क्रिय समूहों को क्रियाशील किया गया। इससे कुल 128 समूहों के माध्यम से कुल 1350 महिलाओं को जोड़ा गया है। समूहों से महिलाओं को जोड़कर उनके आर्थिक व सामाजिक विकास को सुनिश्चित किया जा रहा है। अब महिलाएं समूहों से जुड़कर आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर हो रही हैं।
आज प्रथम चरण सी.आर.पी ड्राइव के डिब्रीफिंग कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में माननीय विधायक तमाड़, श्री विकास सिंह मुंडा ने महिलाओं को प्रोत्साहित करने के क्रम में कहा कि इन क्षेत्रों से समूहों का गठन ना केवल महिला सशक्तिकरण की दिशा में बेहतर प्रयास है बल्कि इन क्षेत्रों का सामाजिक व आर्थिक विकास भी सम्भव होगा। उन्होंने कहा कि हम सभी की जिम्मेदारी है कि धरातल पर और भी महिलाओं को प्रेरित कर जोड़ा जाय ताकि ग्रामीण सशक्तिकरण का लक्ष्य पूर्ण हो सके।
मौके पर डी.पी.एम, जे.एस. एल.पी.एस श्री शैलेश रंजन द्वारा बताया गया कि इस कार्य का निर्वाहन ड्राइव टीम द्वारा सफलता पूर्वक किया गया है। उन्होंने कहा कि रनिया प्रखण्ड से 20 सी.आर.पी (कम्युनिटी रिसोर्स पर्सन) सामाजिक समावेशन टीम के देख-रेख में किया गया। आशा है कि इससे अब ग्रामीणों के बीच दिग्भ्रमित विचारधारा के विपरीत जागरूक दृष्टिकोण का निर्माण किया जा सकेगा।
मौके पर प्रखंड विकास पदाधिकारी, अड़की द्वारा महिलाओं का उत्साहवर्धन किया गया। उन्होंने कहा कि अब यहां के निवासी सरकारी योजनाओं से वांछित नहीं रहेंगे।