समाहरणालय सभागार में राज्य से आए विशेष सचिव रवि रंजन एवं उपायुक्त राजेश्वरी बी की अध्यक्षता में ग्रामीण विकास अभिकरण विभाग की समीक्षा बैठक की गई। बैठक में मनरेगा, प्रधानमंत्री आवास योजना (ग्रामीण), श्यामा प्रसाद मुखर्जी रूर्बन मिशन, जलछाजन तथा ग्रामीण कार्य संबंधी योजना ग्रामीण सड़क, पुल,पुलिया इत्यादि योजनाओं के कार्यान्वयन, अनुश्रवण एवं मूल्यांकन की समीक्षा की गई।उन्होंने कहा कि मनरेगा अन्तर्गत क्रियान्वित विभिन्न योजनाओं से संबंधित कूप एवं डोभा निर्माण में योजना का योजना स्थल पर मनरेगा प्रावधान के अनुरूप हो। योजना के आस पास फसल लगाने एवं इसका विस्तार किये जाने से किसान की आमदनी में बढ़ोतरी किया जाए। बिरसा हरित ग्राम योजना में बागवानी कार्य किया जाने एवं पौधों की मृत्यु दर कम होने से योजना को सफल बनाया जा सकता है। उन्होंने कहा कियोजना में लाइव फेंसिंग किया जाना है। सिंचाई हेतु सभी पौधों के चारों ओर रिंग का निर्माण कर सिंचाई की समुचित व्यवस्था की जाए।खाद और दवा का तुरंत छिड़काव किया जाए। बागवानी मित्र को लगातार प्रशिक्षण दिए जाने एवं क्षेत्र भ्रमण के लिए समुचित अनुश्रवण किया जाए। उन्होंने सभी बीडीओ को निदेश दिया कि खेल मैदान में चेंजिंग रूम तथा शौचालय का निर्माण शीघ्र कराना सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने कहा जिले में दीदी बाड़ी याोजना अंतर्गत महिलाओं को अलग-अलग प्रजाति के सब्जी जैसे- पालक, लाल साग, गाजर आदि को लगाने के लिए प्रोत्साहित करें। प्राथमिकता दिए जाने से लाभुक/परिवार को पोस्टिक तत्व मिल सके। अन्य लोग भी इस योजना में जुड़ने के लिए प्रोत्साहित किया जाए।अपशिष्ट जल के प्रबंधन हेतु सार्वजनिक स्थलों पर सोकपिट का निर्माण किया जाए। जेएसडब्ल्यूएम योजना अन्तर्गत उपचार माॅडल यथा टीसीबी आदि योजना के निर्माण तकनीकी दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए किया जाए। निर्मित टीसीबी तालाब आदि संरचनाओं के बांध पर पौधों (बम्बू, अगैभ, सिन्दावर)का रोपण किया जाए, जिससे पर्यावरण संरक्षण की ओर सकारात्मक पहल हो। डैम एवं जलाशयों के आस-पास सब्जी इत्यादि का प्रतिरोपण किया जाए। जिससे किसान की आमदनी में बढ़ोतरी हो। प्रधानमंत्री आवास निर्माण हेतु अनुसूची के अनुसार निर्धारित अंतराल में इंस्टालमेंट का भूगतान करना सुनिश्चित किया जाए। निर्धारित समय में आवास को निर्माण कराया जाए। आवास निर्माण के साथ साथ गैस कनेक्शन, शौचालय, बिजली, पेयजलापूर्ति आदि की सुविधा सुनिश्चित हो।उन्होंने कहा कि पंचायतवार एक पॉली शेड नर्सरी का निर्माण करें। जिससे उन्नत खेती के साथ आय में भी इजाफा हो। खेती के उपज बढ़ाने हेतु उन्नत किस्म के बीज होना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने निदेश दिया कि पीएमजीएसवाई योजना में निर्मित टूटी सड़कों को अभिलंब मरम्मत कराया जाए। योजना अंतर्गत सड़क निर्माण में 05 वर्ष तक मेंटेनेंस का कार्य कराया जाना निहित है।उन्होंने कहा कि जेएसएलपीएस कार्यालय में सारे उत्पादक समूहों के कार्यकारिणी समिति एवं अन्य का नाम सूचना पट्ट पर लिखा हुआ हो। ताकि लोगों को भी इसकी जानकारी हो। उन्होंने कहा कि जोहार परियोजना द्वारा जल्द से जल्द किया जाना चाहिए। बकरी पालन टेनिंग माॅड्यूल के आलावा अन्य मुर्गी पालन एवं सुअर पालन माॅड्यूल टेनिंग भी पशुसखि को प्रदान की जाए। उन्होंने कहा कि सभी मुखिया एवं पंचायत सचिव के साथ समन्वय स्थापित कर पंचायत भवन को साफ एवं स्वच्छ रखा जाए। शौचालय,बिजली पानी की व्यवस्था हो। उन्होंने निदेश दिया कि सृष्टि पहाड़ का सौंदर्यकरण किया जाए किया। वहाँ बेहतर बैठने की व्यवस्था हो। उन्होंने सभी बीडीओ को निदेश दिया प्रखंड कार्यालय को साफ एवं स्वच्छ रखे हर दिन हजारों लोगों का आवागमन होता रहता है प्रखंड परिसर में फूल-पौधे लगाए। जिससे प्रखंड परिसर आकर्षित नजर आए।उपायुक्त ने विशेष सचिव से कहा कि जिले में कालाजार बीमारी के प्रभावित क्षेत्रों में 51 गांवों को चिन्हित किया गया है। उन्होंने कहा कि इन क्षेत्रों के सभी लोगों को आवास,पशु शेड, योजना से जोड़ा जाए। ताकि कालाजार बीमारी को दूर किया जा सके। बैठक में प्रशिक्षु आईएस दीपक दुबे राज्य से आये सहायक निदेशक दीपू कुमार, जोहार प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर अमित वर्मन, उपनिदेशक मनरेगा अनुपम भारती, सहायक प्रशाखा पदाधिकारी मोदस्सर इमाम, सहायक अभियंता प्रेम शंकर गुप्ता एवं जिला के वरीय पदाधिकारी एवं सभी प्रखंड के प्रखंड विकास पदाधिकारी उपस्थित थे।