पलामू उपायुक्त श्री शशि रंजन आज दोपहर पुराने समाहरणालय भवन, विधि शाखा, अवर निबंधन कार्यालय एवं कचहरी परिसर का औचक निरीक्षण किया। उपायुक्त पुराने समाहरणालय भवन के अपने कार्यालय कक्ष, सभा-कक्ष, झारनेट कार्यालय, एनआईसी एवं भवन परिसर का औचक निरीक्षण कर पुस्तकालय में वर्षो से बंद पड़े ब्रिटिशकालीन/महत्वपूर्ण पुस्तकों को आरकाईव्ह के रूप में संरक्षित करते हुए एक समृद्ध पुरालेख संग्रह का स्वरूप देने का निदेश दिया। उन्होंने पुराने समाहरणालय के कार्यालय वेश्म या सभाकक्ष में पुस्तकालय स्थापित करते हुए पुस्तकों के संरक्षण एवं आकर्षक डिस्प्ले करने आदि का निदेश दिया। विधि शाखा एवं जिला अवर निबंधन कार्यालय के औचक निरीक्षण के दौरान उन्होंने कहा कि मैनुअल के अनुसार रिकॉर्ड किपिंग के अच्छे परिणाम होते हैं। प्राप्त पत्रों के निष्पादन के निर्धारित प्रक्रिया के विभिन्न स्तरों पर अनुपालन से स्वतः कार्य प्रक्रिया तेजी से संपन्न होगी और पारर्दशिता भी बनी रहेगी। आम जनता को अपने काम के लिए इधर-उधर अनावश्यक दौड़ना नहीं पड़ेगा। डिजिटल कार्य निष्पादन प्रक्रिया के भी यही फायदें हैं। इसका अनुपालन पलामू जिले के सभी कार्यालयों में होना चाहिए। अवर निबंधन कार्यालय में रजिस्ट्री कराने पहुंचे लोगों से भी उपायुक्त ने उनके कार्यो के बारे में पूछा। साथ ही जिला अवर निबंधन पदाधिकारी से जमीन के रिकॉर्ड की रखरखाव, टोकन कटने की प्रक्रिया, सर्टिफाइड कॉपी देने, प्रतिदिन होने वाले निबंधन के औसत आंकड़े आदि की जानकारी ली। साथ ही आमजनों का कार्य सुगमता से करने का निदेश दिया।उन्होंने कार्यालय में अनावश्यक भीड़ नहीं लगने देने एवं कोविड-19 के दिशानिर्देश का सख्ती से अनुपालन करते हुए कार्य निष्पादन का निदेश दिया। उन्होंने पुराने समाहरणालय, विभिन्न कार्यालयों एवं उसके आसपास बेहतर सफाई व्यवस्था रखने का भी निदेश दिया। उपायुक्त ने कचहरी परिसर में विभिन्न विभागों के पुराने कार्यालयों को बेहतर तरीके से उपयोग करने हेतू कार्ययोजना तैयार करने का भी निदेश दिया। औचक निरीक्षण के दौरान उपायुक्त श्री शशि रंजन के साथ प्रशिक्षु आईएएस दिलीप प्रताप सिंह शेखावत, नजारत उप समाहर्ता शैलेश कुमार सिंह, प्रमंडलीय जनसंपर्क उप निदेशक सह जिला जनसंपर्क पदाधिकारी आनंद आदि उपस्थित थे।