रांची*: निजी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावकों को फरवरी माह आते ही फीस की चिंता सताने लगी है. उन्हें लगातार मोबाइल पर या मेल पर इसकी सूचना मिल रही है. राजधानी रांची सहित अन्य जिलों के निजी स्कूलों ने नए शैक्षणिक सत्र के लिए फीस भरने की सूचना जारी कर दी है. अभिभावकों से बात करने पर पता चला है कि फीस में भी इस बार अजीबोगरीब शुल्क जोड़े जा रहे हैं जो अब तक नहीं लिए जाते थे. हज़ारीबाग में तो कुछ निजी स्कूलों ने सरकारी आदेश का बहाना बनाकर छोटे बच्चों को ऑफलाइन परीक्षा देने की बात कही है जिससे उनके अभिभावकों पर दवाब बनाया जा सके। अभिभावकों के अनुसार कोरोना काल के दौरान स्कूल वाले बस फीस नहीं ले रहे थे लेकिन अब कई निजी स्कूलों ने बस फ़ीस भी वसूलना शुरू कर दिया है. ऐसे स्कूल के प्रबंधकों का कहना है कि उन्हें गाड़ियों का चालान सहित अन्य टैक्स जमा करने होते हैं. वह भी अभिभावकों से फीस लेने को बाध्य हैं. यहां सब तब हो रहा है जब स्कूल में बच्चों का आना जाना बिलकूल बंद हैं. गौरतलब है कि स्कूलों को अपने शिक्षक,कर्मचारी सहित अन्य लोगों के वेतन देने होते हैं।बताते चलें कि झारखंड सरकार ने इस संबंध में अहमद फैसला लेते हुए प्रत्येक जिला के डीसी को निगरानी करते हुए कानूनी करवाई करने का आदेश दीया है।।