जिला सभागार, जमशेदपुर में उप विकास आयुक्त श्री परमेश्वर भगत की अध्यक्षता में कृषि एवं सबंद्ध विभाग का समीक्षात्मक बैठक आहूत की गई । बैठक में मुख्य रूप से किसान क्रेडिट कार्ड, झारखण्ड कृषि ऋण माफी योजना की प्रगति की समीक्षा की गई । झारखण्ड कृषि ऋण माफी योजना के जिला नोडल पदाधिकारी-सह-जिला कृषि पदाधिकारी श्री मिथिलेश कुमार कालिन्दी ने बताया कि झारखण्ड कृषि ऋण माफी योजना के तहत पूर्वी सिंहभूम जिला के कुल 55912 ऋणी किसान चिन्हित हुए हैं जिसमें से 27765 किसान का डाटा बैंकों के द्वारा अपलोड हुआ है । 1182 किसानों का e-KYC होने के उपरांत 541 किसानों का डाटा जिला नोडल पदाधिकारी द्वारा स्वीकृत कर दिया गया है । जिला उपायुक्त के स्तर से अनुमोदन प्राप्त होते ही राज्य नोडल पदाधिकारी के द्वारा ऋण माफी की राशि लाभुक के खाते में डीबीटी के माध्यम से भुगतान हो जाएगा ।उप विकास आयुक्त द्वारा समीक्षोपरांत जिला कृषि पदाधिकारी को प्रखण्डवार लक्ष्य निर्धारित कर प्रखण्ड कृषि पदाधिकारी, प्रखण्ड तकनीकी प्रबंधक के माध्यम से e-KYC करने का निदेश दिया । जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा जानकारी दी गई सभी प्रखण्डों के प्रखण्ड कृषि पदाधिकारी, प्रखण्ड तकनीकी प्रबंधकों को कृषक मित्र से सहयोग लेकर नजदीकी प्रज्ञा केन्द्र में जाकर किसानों का जल्द से जल्द e-KYC करवाने हेतु निदेश दिया जा चुका है। इसकी प्रतिदिन समीक्षा एवं अनुश्रवण भी उनके द्वारा किया जा रहा है ।बैठक में उप विकास आयुक्त द्वारा जिला मत्स्य पदाधिकारी को राजस्व संग्रह करने में तेजी लाने का निदेश दिया गया । जिला पशुपालन विभाग द्वारा इस वर्ष जो भी योजना से लाभुक चयनित है उन्हें अनुदान का भुगतान डीबीटी के माध्यम से करने का निदेश उप विकास आयुक्त ने दिए । उप विकास आयुक्त ने जिला उद्यान विभाग के बागवानी योजनाओं में महिला किसान, जेएसएलपीएस की महिला समूहों(किसानों) को प्राथमिकता के तौर पर जोड़ने का निदेश जिला उद्यान पदाधिकारी को दिए । जिला भूमि संरक्षण पदाधिकारी भूमि संरक्षण विभाग से 90 फीसदी अनुदान पर कृषि यंत्र वितरण हेतु प्राप्त सूची का अनुमोदन कर लिया गया है । वित्तीय वर्ष समाप्ति की ओर है इसका ध्यान रखते हुए हुए सभी विभागों को योजनान्तर्गत लाभुकों का चयन यथाशीघ्र सक्षम प्राधिकार से करने के उपरांत वित्तीय प्रगति लाने का निदेश उप विकास आयुक्त ने बैठक में उपस्थित पदाधिकारी को दिए ।बैठक में जिला कृषि-सह-उद्यान पदाधिकारी, जिला भूमि संरक्षण पदाधिकारी, जिला मत्स्य पदाधिकारी, जिला सहकारिता पदाधिकारी, जिला गव्य विकास पदाधिकारी, जिला पशुपालन पदाधिकारी एवं आत्मा के उप परियोजना निदेशक उपस्थित थे ।