डिजिटल युग में अब मतदाता पहचान पत्र भी इलेक्ट्रॉनिक होने को है। भारत निर्वाचन आयोग ने 11वें मतदाता दिवस के अवसर पर इलेक्ट्रॉनिक मतदाता पहचान पत्र (ई-एपिक) लांच किया है। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री के रवि कुमार ने बताया कि कोई भी मतदाता अब अपने मोबाइल, कंप्यूटर या लैपटॉप पर ई-एपिक पीडीएफ फार्म में डाउनलोड कर सकता है। यह इलेक्ट्रॉनिक मतदाता पहचान पत्र निर्वाचन से संबंधित सभी कार्यों में मतदाता के पहचान पत्र के रूप में पूरे देश में मान्य होगा, बशर्ते व्यक्ति का नाम किसी भी विधानसभा क्षेत्र की मतदाता सूची में दर्ज हो। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी गुरुवार को मंत्रिमंडल निर्वाचन विभाग के सभाकक्ष में मीडिया को संबोधित कर रहे थे।उन्होंने बताया कि एक विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से दूसरे में जाने पर भी मतदाता के इलेक्ट्रॉनिक पहचान पत्र में जरूरी संशोधन हो जाएगा और वह पुन: इसे डाउनलोड कर उपयोग में ला सकता है। इसे प्रिंट भी कराया जा सकेगा और मतदान के दौरान बतौर पहचान उपयोग किया जा सकेगा। भविष्य में ई-एपिक को डिजि लॉकर पर अपलोड करते हुए उपयोग में लाने की सुविधा भी मतदाताओं को उपलब्ध करायी जाएगी। प्रथम चरण में आयोग द्वारा ई-एपिक डाउनलोड की सुविधा मतदाता सूची विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण, 2021 के दौरान नये निबंधित वैसे मतदाताओं के लिए शुरू की गई है, जिन्होंने अपना यूनिक मोबाइल नंबर निबंधित कराया है। नये निबंधित मतदाता आयोग के वोटर हेल्पलाइन एप या https//voterportal.eci.gov.in/ या https//www.nvsp.in/ पर स्वंय को निबंधित करते हुए ई-एपिक डाउनलोड कर सकते हैं। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि मोबाइल नंबर गुप्त रहेगा। इसे कोई भी गलत ढंग से उपयोग नहीं कर पायेगा।नये निबंधित सभी 1,20,788 मतदाताओं का ई-एपिक डाउनलोड कराने के उद्देश्य से 1-15 मार्च अभियान चलेगा। बीएलओ मतदाताओं के घर-घर जाकर यह कार्य संपन्न कराएंगे। 7 और 13 मार्च को सभी मतदान केंद्रों पर विशेष कैंप लगेगा। इसके बाद आयोग के निर्देशानुसार अन्य मतदाताओं को ई-एपिक डाउनलोड से जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि जिन मतदाताओं का मोबाइल नंबर मतदाता सूची में दर्ज नहीं है, वे प्रथम चरण की समाप्ति के बाद https//kyc.eci.gov.in पर केवाइसी संपन्न कर निबंधित मोबाइल से ओटीपी लेकर ई-एपिक डाउनलोड कर सकेंगे।