रामगढ़: रामगढ़ शहर के टायर मोड़ स्थित स्वाधार गृह के माध्यम से कठिन परिस्थिति में अपना गुजर-बसर कर रही महिलाओं को अस्थाई आवास, भोजन, चिकित्सा, काउंसलिंग सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है। स्वाधार गृह में एक बार में 30 पीड़ित महिलाओं के रहने की सुविधा उपलब्ध है। जिसके संचालन हेतु जिला प्रशासन द्वारा वर्तमान में 6 कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की केंद्र पर की गई है। उपायुक्त श्री संदीप सिंह द्वारा एक जून 2020 को स्वाधार गृह का उद्घाटन किया गया था। जिसके बाद से अब तक 9 महिलाओं को अलग-अलग तरह की उनकी समस्याओं से संबंधित सुविधाएं उपलब्ध कराई गई है।*गृक्या है स्वाधार गृह============भारत सरकार के महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा संचालित एक महत्वकांक्षी योजना है । जिसकी शुरूवात 01 जनवरी 2016 में की गयी ।उक्त योजना के अन्तर्गत कठिन परिस्थिति में गुजर – बसर कर रही महिलओं के पुनर्वास के लिए एक आश्रय गृह है , जिसमें महिलाएं अपना जीवन गरिमा के साथ व्यतित कर सकें। स्वाधार गृह योजना में आश्रय , भोजन, कपड़े और स्वास्थ्य के साथ – साथ उक्त महिलाओं के लिए आर्थिक और सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने की योजना है। स्वाधार गृह योजना हेतु लाभुक ( Beneficeries )============== स्वाधार गृह योजना 18 वर्ष से उपर की आयु से लेकर 60 वर्ष की महिलाओं के लिए है । ( 18+ से 60 वर्ष आयु वर्ग ) घरेलु हिंसा से पीड़ित महिला अधिकतम 1 वर्ष तक रह सकती है । अन्य जरूरतमन्द महिलाएँ अधिकतम 3 वर्ष तक रह सकती है। 55 वर्ष से उपर आयु की महिलाएं अधिकतम 5 वर्ष तक रह सकती है । 60 वर्ष के उपरांत उन्हें वृद्धा आश्रम में स्थानंतरित किया जाना है । ■नोट- पीड़ित महिलाओं के साथ 0-18 वर्ष तक की लड़की अपनी माँ के साथ रह सकती है ।स्वाधार गृह में उपलब्ध सुविधाएँ============भोजन , कपड़ा , चिकित्सीय सुविधा आदि के साथ अस्थायी आवासीय आवास प्रदान करना ।परामर्ष , व्यवहार , प्रषिक्षण मार्गदर्षन , विधिक सहायकता आदि ।घरेलु हिंसा से पीड़ित परिवारिक तनाव , वैवाहिक विवादों , प्राकृतिक आपदाओं से पीड़ित तथा बेघर महिलाओं को आश्रय सहायता प्रदान करना । महिलाओं के आर्थिक पुनर्वासा के लिए व्यवसायिक और कौषल विकास प्रषिक्षण प्रदान करना।