समय याद रखेगा
इस दिन को
जब पूरा विश्व
डगमगा रहा था
तब
भारत जगमगा रहा था ।
देश अदृश्य रोग के भय
से काँप रहा था,
कोई लोकप्रियता की नब्ज
भाँप रहा था।
इतिहास याद रखेगा
इस दिन
जब पूरा संसार
दुख के प्रलय को
मिटा रहा था,
देश कालरात्रि के अँधेरे
को बनावटी उजाले
में छुपा रहा था।
प्रोफेसर संदीप यादव , दिल्ली विश्वविद्यालय ।