उपायुक्त-सह-अध्यक्ष, डीएमएफटी की अध्यक्षता में आज दिनांक 15 जुलाई 2021 को न्यास परिषद की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में लघु एवम वृहत खनिज से प्राप्त राशि की समीक्षा तथा प्राप्त राशि के विरुद्ध अद्यतन व्यय की स्थिति की समीक्षा की गई। इसके अलावा बैठक में डीएमएफटी के आय वृद्धि तथा डीएमएफटी फंड से ग्रामीण विकास के लिए ली जाने वाली योजनाओं की भी समीक्षा की गई।बैठक में मौजूद माननीय पलामू सांसद श्री विष्णु दयाल राम ने कहा कि पलामू के राजस्व का मुख्य श्रोत कोयला है। ऐसे में सरकार द्वारा निर्धारित किये गए लक्ष्य की प्राप्ति की ओर कार्य करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में रिसोर्सेज पर ध्यान देने की जरूरत हैं। पलामू में फैक्ट्री तथा कारखाने की कमी है। मौके पर उपायुक्त-सह-जिला दण्डाधिकारी श्री शशि रंजन ने कहा कि जिले में ग्रेफाइट माइंस को बढ़ावा देने के लिए जिला प्रशासन प्रयासरत है। माननीय पलामू सांसद ने कहा कि माइंस को बढ़ावा देने के साथ साथ लोगों को तैयार उत्पाद देने की भी कोशिश की जाने की जरूरत है। बैठक में मौजूद माननीय सदस्यों ने कहा कि अवैध माइनिंग तथा ओवर लोडिंग से ग्रामीण सड़कों में पैदा हो रहे गड्ढे पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। इसके अलावा माननीय सदस्यों ने छत्तरपुर- हरिहरगंज के बीच मौजूद स्टोन क्रशर/माइंस के कारण सड़कों में हो रहे धूल की समस्याओं को भी दूर कराने को बात कही। इसके अलावा माननीय सदस्यों ने माइंस के आसपास के क्षेत्रों में पौधा रोपने के कार्य पर भी ध्यान देने को बात कही। बैठक के दौरान डीएमएफटी फंड की उपयोग के बारे में भी समीक्षा की गई। माननीय सांसद श्री विष्णु दयाल राम ने कहा कि फंड का इस्तेमाल ग्रामीण क्षेत्रों के विकास के लिए किया जाना है। ऐसे में जरूरी ये है कि प्राथमिकता प्राप्त क्षेत्र में इस फंड का इस्तेमाल हो। ग्रामीण क्षेत्रों के विकास के नाम पर सिर्फ नाली और रोड न बनाएं। डीएमएफटी फन्ड का सदुपयोग करें। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के सुदृढ़ीकरण में करने की आवश्यकता है। वैसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जहां एंबुलेंस की आवश्यकता है वहां पर एंबुलेंस की व्यवस्था की जाए। उपायुक्त ने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र तथा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में मॉडल मेटरनिटी वार्ड बनाने की ओर भी जिला प्रशासन के द्वारा कार्य किया जा रहा है। इसके अलावा उन्होंने बताया कि वर्तमान में डीएमएफटी कोष का दो अदद बी टाइप एंबुलेंस, मैनीफोल्ड सिस्टम, ऑक्सीजन युक्त बेड सहित अन्य स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए इस्तेमाल किया गया है। माननीय संसद ने कहा कि प्राथमिकता के तौर पर खनन प्रभावित क्षेत्र पर फोकस करने की जरूरत है। बैठक में उपायुक्त-सह-अध्यक्ष डीएमएफटी श्री शशि रंजन, उप विकास आयुक्त-सह-सदस्य सचिव डीएमएफटी श्रीमती मेघा भारद्वाज, माननीय सांसद पलामू, श्री विष्णु दयाल राम, माननीय चतरा सांसद प्रतिनिधि, माननीय विश्रामपुर विधायक प्रतिनिधि, माननीय हुसैनाबाद विधायक प्रतिनिधि, माननीय पांकी विधायक प्रतिनिधि, माननीय छत्तरपुर विधायक प्रतिनिधि, प्रधान कार्यकारी समिति, जिला परिषद, एसडीपीओ विश्रामपुर, वन प्रमण्डल पदाधिकारी, सिविल सर्जन, जिला खनन पदाधिकारी, उपनिदेशक खनन, सहित अन्य