इस अवसर पर सुश्री निक्की प्रधान ने अपने अनुभव साझा किये। उन्होंने कहा कि खूंटी जिले के छोटे से गांव हेसल से निकलर टोक्यो ओलम्पिक्स तक का सफल निश्चित ही बहुत चुनौतीपूर्ण रहा। पेलौल के सहायक शिक्षक हॉकी कोच श्री दशरथ महतो उन दिनों हॉकी के प्रति रुचि रखने वाली छात्राओं को हर दिन सुबह मैदान में हॉकी की बारीकियां सिखाते थे। उसी वक्त उनकी रनिंग क्षमता से हॉकी कोच प्रभावित हुए और निक्की को हॉकी के क्षेत्र में आगे बढ़ाने की पूरी कोशिश की। उन्होंने कहा कि छोटे स्तर के टूर्नामेंट में जीतने की खुशी टीम में शामिल प्रत्येक खिलाड़ी को होती थी। धीरे धीरे जीत का जुनून खेल के क्षेत्र में कैरियर बनाने की ओर बढ़ता गया। और विपरीत परिस्थितियों के बावजूद सीमित संसाधनों में भी उन्होंने टोक्यो ओलम्पिक्स तक का सफर तय किया। समय के साथ निक्की प्रधान राष्ट्रीय टीम में अपनी जगह बनाने में सफल रही 2011 से लगातार भारतीय महिला हॉकी टीम से खेलती रही हैं। 2012 के एशियाड में भी उन्हें खेलने का मौका मिला और भारतीय टीम चैंपियन बनी। एशियाड में चैंपियन बनने के बाद हॉकी ओलंपिक में भी खेलने का सपना 2016 में झारखण्ड की पहली महिला के रूप में पूरा हुआ और टोक्यो ओलंपिक में दूसरी बार पुनः खूंटी की बेटी ने बेहतर खेल प्रतिभा के बल पर राष्ट्रीय टीम का हिस्सा बनी। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार मेहनत और लगन को उन्होंने अपना लक्ष्य बनाया है उसी प्रकार आशा है कि जिला प्रशासन के सहयोग से और भी खिलाडी आगे आएंगे और सफल होंगे। इसी कड़ी में सुश्री सलीमा टेटे ने अपना अनुभव साझा करने के क्रम में बताया कि उनका संकल्प था कि उन्हें सफल होना है। हॉकी ने उन्हें एक नई पहचान दी है। जिस प्रकार कड़ी मेहनत से उन्होंने सफलता का मुकाम हासिल किया उसी प्रकार वो कामना करती है कि देश और राज्य का नाम रौशन करने के ऐसे अवसर उन्हें प्राप्त हों। आगे उन्होंने कहा कि चुनौतियों से ही हम जीत की ओर बढतें हैं। आवश्यकता है खुद पर पूर्ण भरोसा करने की। उन्होंने अपने जैसे और खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के क्रम में कहा कि खेल गतिविधियों को बढ़ावा मिले ताकि और भी प्रतिभाशाली खिलाड़ी नया आयाम हासिल करें। कार्यक्रम के दौरान उपायुक्त ने कहा कि झारखंड की इन दो बेटियों ने टोक्यो ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन किया है। झारखंड समेत पूरे देशवासियों को इनपर गर्व है। उन्होंने उन्हें शुभकामनाएं देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। इन दोनों बेटियों ने सीमित संसाधनों के बीच अपना मुकाम बनाया है, यह बहुत बड़ी उपलब्धि है। दुनियां मे अपने शानदार प्रदर्शन से राज्य और देश का नाम रौशन कर रहे हैं। उपायुक्त ने कहा कि खूंटी जिले में खेल गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा। इस दिशा में खेल और खिलाड़ियों के हित में विशेष प्रयास किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन प्रतिभावान खिलाड़ियों को अपना हुनर दिखाने के लिए प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराया जा रहा है, ताकि वे अपने शानदार प्रदर्शन से राज्य औऱ देश का नाम रौशन कर सकें। उन्होंने कहा कि सभी खिलाड़ियों के लिए खूंटी हेल्थ क्लब में निःशुल्क व्यवस्थाएं उपलब्ध होंगी और जिला प्रशासन निरन्तर खिलाड़ियों के सहयोग के लिए प्रयासरत है। खिलाड़ी कठिन परिश्रम और लगन के साथ अपने लक्ष्य की ओर आगे बढ़ें यही कामना है। मौके पर पुलिस अधीक्षक, श्री आशुतोष शेखर द्वारा ओलम्पियन सुश्री निक्की प्रधान एवं सुश्री सलीमा टेटे को शुभकामनाएं दी गयी। उन्होंने कहा कि यह हमारे लिए गौरव की बात है कि हमारी बेटियां अपना परचम लहरा रही हैं। उन्होंने पूरे देश और राज्य का मान बढ़ाया है। खूंटी जिले में निक्की प्रधान के पद्चिन्हों पर और भी खिलाड़ी आगे बढ़ रहे हैं जिनके उज्ज्वल भविष्य के लिए जिला प्रशासन प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि ये न केवल उदाहरण बन कर उभरें हैं बल्कि सभी के लिए प्रेरणास्रोत भी हैं। *खिलाड़ियों को किया गया सम्मानित।* इस समारोह में सुश्री निक्की प्रधान और सुश्री सलीमा टेटे को जिले की सखी मण्डल की दीदियों द्वारा बनाये गए मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया। इस मौके पर उपायुक्त ने कहा कि यह सम्मान पूरे खूंटी जिले का सम्मान है। मौके पर हॉकी कोच श्री दशरथ महतो को सम्मानित किया गया साथ ही उन्हें इसी प्रकार अन्य खिलाड़ियों को भी उचित प्रशिक्षण देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य के लिये बधाई दी। आशा है कि भविष्य में इसी प्रकार बेहतर प्रदर्शन कर और प्रतिभावान खिलाड़यों को इनसे प्रेरणा मिल सके। इस अवसर पर ओलम्पियन सुश्री निक्की प्रधान और सुश्री सलीमा टेटे ने ऑटोग्राफ दिए।