शिक्षकों का दायित्व सभी प्रोफेशन से अलग और बड़ा माना जाता है। शिक्षक बच्चों के भविष्य को सुरक्षित रखने के साथ-साथ राष्ट्र निर्माण का कार्य कर रहे हैं। यह बड़ी बात है। प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में शिक्षक का महत्वपूर्ण योगदान है। शिक्षा के प्रति शिक्षकों का समर्पण आवश्यक है। उनके समर्पण से ही व्यक्तित्व निर्माण होता है। शिक्षक पढ़ाई के साथ-साथ विभिन्न गतिविधियों से जीवन मूल्य का पाठ पढ़ाते हैं और जीने की कला सीखाते हैं। यह बातें आयुक्त श्री जटाशंकर चौधरी ने कही। वे आज स्थानीय एम0के डीएवी पब्लिक स्कूल में आयोजित शिक्षक दिवस कार्यक्रम में बोल रहे थे। आयुक्त ने शिक्षकों को सेवा भावना के साथ सुपर -30 की तरह सुपर पलामू जैसी संस्थान खोलने का आह्वान किया। इसके लिए सरकारी सहयोग का भी भरोसा दिया। उन्होंने कहा कि किसी भी तरीके से प्रेरित कर किसी व्यक्ति के जीवन में बदलाव लाने वाले भी शिक्षक के भूमिका में होते हैं। आयुक्त ने कहा कि कोरोना संक्रमण काल में सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाला क्षेत्र शिक्षा है। हालांकि शिक्षकों ने कोविड-19 की चुनौती स्वीकार करते हुए ऑनलाइन शिक्षा प्रारंभ की, जिससे विद्यार्थियों को कुछ फायदा मिला है। आयुक्त ने सभी शिक्षकों को कोविड-19 टीकाकरण सुनिश्चित कराने पर बल दिया, ताकि बच्चों पर संक्रमण का खतरा नहीं रहे। आयुक्त ने कहा शिक्षा का व्यवसायीकरण हो रहा है, ऐसे में अच्छा एवं सेवा भावना वाले शिक्षक मिलना सौभाग्य की बात है। उन्होंने शिक्षक दिवस को लेकर कहा कि भारत सरकार इस वर्ष शिक्षक दिवस को गुरु पर्व के रूप में मनाने का निर्णय लिया है। विद्यालय के प्राचार्य डॉ0 जी0एन0 खान ने सभी का स्वागत करते हुए डीएवी प्रबंध समिति, नई दिल्ली के निदेशक डॉ0 जे0पी0 सूर, डीएवी पब्लिक स्कूल, झारखण्ड जोन-एफ के सहायक क्षेत्रीय अधिकारी श्री एम0के0 सिन्हा का संदेश सुनाया। उन्होंने कहा कि शिक्षक ईश्वर के समान हैं। वे चरित्र निर्माण कज साथ साथ राष्ट्र निर्माण का कार्य करते हैं। कोविड-19 संक्रमण के दौरान ऑनलाइन शिक्षा देकर शिक्षकों ने एक अभिनेता/कलाकार के तरह ऑनलाइन शिक्षा में स्क्रीन प्ले कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षक दीपक की लौ की तरह जलकर शिक्षा की रोशनी जगा रहे हैं। बच्चों के स्वर्णिम भविष्य गढ़ने में जुटे हैं। शिक्षा के क्षेत्र में शिक्षकों द्वारा की जा रही सेवा अतुलनीय है। इनकी तुलना किसी अन्य से नहीं किया जा सकता। विद्यालय के स्थानीय प्रबंध समिति के उपाध्यक्ष सतबीर सिंह ने कहा कि मेरी माताजी के नाम से संचालित यह विद्यालय स्थानीय जनाकांक्षा को पूर्ण कर हमें गर्वाणित होने का अवसर देता है। विद्यालय की छात्रा अरण्या मिश्रा ने भाषण प्रस्तुत किया। विद्यालय की छात्राओं ने अदीति प्रिया के नेतृत्व में एक गुरु वंदना नृत्य प्रस्तुत किया। कार्यक्रम में स्कूल के सभी शिक्षकों को उपहार देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में विद्यालय की स्थानीय प्रबंध समिति के उपाध्यक्ष सतबीर सिंह, सम्मानित अतिथि डीएवी इंजिनियरिंग कालेज की प्राचार्या डॉ0 पूनम यादव, विद्यालय के स्थानीय प्रबंध समिति के सदस्य गुरबीर सिंह उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन शिक्षिका मीनाक्षी कर्ण ने किया, स्वागत मंत्रोच्चार अरविन्द कुमार एवं धन्यवाद ज्ञापन आलोक कुमार ने किया।