राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में *आजादी के अमृत महोत्सव अभियान अंतर्गत शनिवार को बाल विकास परियोजना कार्यालय बोकारो स्टील सिटी* में विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। इसमें आंगनबाड़ी कर्मी, महिला पर्यवेक्षक आदि शामिल हुए। आयोजित शिविर में *जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (डीएलएसए) की सचिव श्रीमती लूसी तिग्गा* ने कहा कि महिलाओं को अपने अधिकारों व सुरक्षा के प्रति सदैव सजग रहना चाहिए। उन्होंने महिलाओं की सुरक्षा व उनके कल्याण के लिए बनाए गए विभिन्न कानूनों की जानकारी दी।उन्होंने महिलाओं के अधिकार, घरेलू हिंसा, दहेज प्रथा, डायन प्रथा, नि:शुल्क विधिक सेवा, बाल विवाह बाल श्रम आदि की विस्तार से जानकारी दी। मौके पर *डीएलएसए सचिव के अलावा सखी वन स्टॉप सेंटर की पैनल अधिवक्ता श्रीमती सुचित्रा रानी हलदार, पीएलबी श्रीमती लक्ष्मी देवी, साथ में सभी आंगनबाड़ी केंद्रों की पर्यवेक्षक, सेविका – सहायिका* उपस्थित थे। दूसरी ओर, *नालसा, झालसा एवं माननीय प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश -सह- अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकार बोकारो श्री प्रदीप कुमार श्रीवास्तव* के निर्देशानुसार शनिवार को आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम अंतर्गत *जरीडीह एवं नावाडीह प्रखंड* के विभिन्न पंचायतों में विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। विभिन्न पंचायतों में जिला विधिक सेवा प्राधिकार, बोकारो के पैनल अधिवक्ताओ एवं पैरा लीगल वालंटियरओ द्वारा मोबाइल वैन के साथ घर-घर घूम कर नागरिकों को संविधान द्वारा उनको प्रदत्त कानूनी सहायता, उनको पाने के तरीके, मूल अधिकारों सहित अन्य अधिकार, कर्तव्य, नालसा एवं झालसा द्वारा उनकी सहायता हेतु प्रायोजित विभिन्न योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी गई। मौके पर ग्रामीणों के बीच पर्चा का वितरण किया गया। शिविर का आयोजन जरीडीह के गंगाजोरी, चिलगड्डा, बेलडी, आवाज़, बस की एवं नावाडीह के खरपीतों,आएम, बेमानी, कुरपनिया, पोर्ट, कुंजकिरो पंचायतों में किया गया। इसकी जानकारी *जिला विधिक सेवा प्राधिकार बोकारो की सचिव श्रीमती लूसी तिग्गा* ने दी।