रांची : रांची विश्वविद्यालय के ग्रामीण विकास पाठ्यक्रम में देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में हुए (26/11) हमले में शहीद लोगों के प्रति श्रद्धांजलि एवं संविधान दिवस के उपलक्ष में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस संगोष्ठी में ग्रामीण विकास के विद्यार्थियों सहित ग्रामीण विकास के शिक्षक और मानव विज्ञान विभाग के शिक्षकों ने भी अपने वक्तव्य रखें. ग्रामीण विकास के निदेशक डॉ दिनेश कुमार ने संविधान के निर्माण और इसे लागू करने के विषय में विस्तृत रूप से समझाया। ग्रामीण विकास के शिक्षक डॉ. अटल पाण्डेय ने मुंबई हमले और संविधान दिवस पर प्रकाश डालते हुए कहा कि देश प्रेम की भावना हम सब में विकसित होनी चाहिए और जब भी देश को जरूरत हो, हर युवा को आगे बढ़-चढ़ कर देश के विकास में योगदान देना चाहिए। कुछ ऐसे तत्व हैं जो देश के संविधान और देश की अखंडता पर लगातार हमला करते रहते हैं, ऐसे लोगों को करारा जवाब देने के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए।
संविधान निर्माताओं को याद किया गया
मानव विज्ञान की शिक्षिका मालवी विश्वकर्मा ने संविधान से जुड़े नियम और कानून पर प्रकाश डालते हुए छात्र-छात्राओं से संविधान की जानकारी रखने और समय पर उपयोग करने की शिक्षा दी। कार्यक्रम में ग्रामीण विकास के शिक्षक मनीष साहू ने कहा कि आज संविधान के निर्माताओं को याद करने के साथ-साथ मुंबई हमले में शहीद हुए उन वीर सपूतों को भी याद करने का दिवस है। कार्यक्रम में उपस्थित ग्रामीण विकास की शिक्षिका अनिमा लकड़ा एवं शिरीन गुल ने संविधान के प्रति कर्तव्य और अधिकारों की चर्चा के साथ ही संविधान निर्माता समूह में झारखंड के प्रतिनिधियों का भी वर्णन किया. कार्यक्रम में कक्षा प्रतिनिधि प्रवीण सोरेन ने छात्रों व शिक्षकों को संविधान की शपथ दिलाई शहीद हुए वीर जवानों के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की गई. कार्यक्रम में छात्रों की ओर से प्रवीण सोरेन, हिमांशु शेखर, प्रीति, चांदनी, शकील, दीपक, फ़िरोज़ आदि ने भी अपने विचार रखे। कार्यक्रम को सफल बनाने में विभाग के कर्मचारी अमर श्रीवास्तव, नदीम, महेंद्र कुमार, पम्मी कुमारी आदि ने योगदान दिया।