डकरा – झारखंड क्रांतिकारी मज़दूर यूनियन के बैनर तले रविवार को षांतिनगर स्थित भुइयां धौड़ा अखरा में अंतरराष्ट्रीय आदिवासी दिवस मनाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता सहदेव मुंडा ने की तथा संचालन मुनुआ गंझू ने किया। कार्यक्रम के दौरान यूनियन के खलारी शाखा अध्यक्ष विक्रम सिंह ने अपने संबोधन में अंतरराष्ट्रीय आदिवासी दिवस की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि और आदिवासियों की वर्तमान स्थिति पर विस्तार से अपने विचारों को रखा। वहीं शाखा सचिव अशोक राम के द्वारा आदिवासियों के शोषण, धर्मांतरण तथा जल जंगल जमीन की खुली लूट पर अपनी बात को रखा। अंत में सभा की अध्यक्षता कर रहे सहदेव मुंडा ने कहा कि वर्तमान में झारखंड के मुख्यमंत्री खुद ही आदिवासी समुदाय से आते है। इसलिए आदिवासियों की उनसे सरना धर्म कोड लागू करने की उम्मीद भी बढ़ गई है। ताकि हर आदिवासी अपने सभ्यता-संस्कृति की रक्षा करते हुए जीवन व्यतीत कर सके और धर्मांतरण का गंदा खेल जो आदिवासियों को विलुप्ति के कगार पर लाकर खड़ा कर दिया है उसे फौरन रोका जा सके। कार्यक्रम में मुख्य रूप से अजय उरांव, उमेश मुंडा, महेश भुइयां, संजय भुइयां, महेंद्र भुइयां, फगुआ गंझू, छोटू भुइयां, बुधनी देवी, रवती देवी, बबिता देवी, संगीता देवी, बरबतिया देवी, किशुन भुइयां, दीपू भुइयां, गुगुन भुइयां आदि उपस्थित थे।