नयी दिल्ली – अवमानना के दोषी प्रशांत भूषण बोले- मैं माफी नहीं मांग रहा, खुशी-खुशी भरुंगा जुर्माना,
सुप्रीम कोर्ट में दोहराया महात्मा गांधी का कथन -“दया की भीख नहीं मांगूंगा…..
वकील प्रशांत भूषण ने बहस टालने और रिव्यू पिटीशन लगाने का मौका देने की अर्जी लगाई थी। लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने उनकी अर्जी खारिज कर दी। भूषण ने कहा था कि पुनर्विचार याचिका दायर होने और उस पर विचार होने तक कार्यवाही टाली जाये।
अवमानना मामले में दोषी पाए जाने के बाद वकील प्रशांत भूषण ने माफी मांगने से एक बार फिर इनकार कर दिया है। उन्होंने इसको लेकर एक बयान जारी किया है। भूषण ने कहा है कि वो इस बात को लेकर हैरान है कि जिस शिकायत के आधार पर उन्हें दोषी ठहराया गया है, वो उन्हें अदालत की तरफ से नहीं दी गई। बता दें कि इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में आज (गुरुवार) को सजा को लेकर सुनवाई होनी है। ऐसे में उन्होंने बहस टालने और रिव्यू पिटीशन लगाने का मौका देने की अर्जी लगाई थी। लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने उनकी अर्जी खारिज कर दी। भूषण ने कहा था कि पुनर्विचार याचिका दायर होने और उस पर विचार होने तक कार्यवाही टाली जाये।
‘जुर्माना भरने के लिए तैयार हूं’
उन्होंने कहा है -“मेरे ट्वीट में ऐसा कुछ भी नहीं था। ये एक नागरिक के रूप में अपने कर्तव्य का निर्वहन करने के लिए किए गए प्रयास थे। मैंने दिमाग के साथ ये ट्वीट किए थे।”‘ प्रशांत भूषण ने महात्मा गांधी के एक बयान का हवाला देते हुए कहा- “मैं दया दिखाने के लिए नहीं कह रहा हूं। मैं उदारता दिखाने की अपील भी नहीं करता हूं।” कोर्ट ने जिस चीज़ को अपराध माना है, मैं उसके लिए खुशी-खुशी जुर्माना भरने के लिए तैयार हूं।”