खूंटी – आज उपायुक्त, श्री शशि रंजन द्वारा मुरहू प्रखण्ड का दौरा किया गया। इस दौरान अनुमंडल पदाधिकारी, श्री हेमन्त सती, जिला नियोजन पदाधिकारी, जिला शिक्षा अधीक्षक, प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, अंचल अधिकारी सहित अन्य अधिकारी/कर्मी उपस्थित थे।
धरातल पर विकास कार्यों को गति प्रदान करने के उद्देश्य से उपायुक्त ने बिंदा पंचायत के रोड़ो ग्राम में ग्रामीणों से सीधा संवाद किया। उपायुक्त ने ग्रामीणों के साथ बैठकर उनसे बात की। इस दौरान उपायुक्त ने कहा कि सर्वांगीण विकास के लिए आवश्यकता है कि धरातल पर विकास कार्यों को गति मिल सके। उन्होंने कहा कि लखपति किसान योजना के तहत लाभान्वित हुए किसान अपने अनुभवों को साझा करें। उन्होंने कहा कि यह जरूरी है कि कल्याणकारी योजनाओं से ग्रामीण सीधे तौर पर लाभन्वित हो सके।
इस दौरान महिलाओं द्वारा अपने अनुभवों को साझा किया गया। उन्होंने बताया कि किस प्रकार टमाटर, गोभी व अन्य सब्जियों की खेती कर उन्हें अधिक लाभ मिला है। साथ ही उपायुक्त ने मछली पालन से मिल रहे लाभों के सम्बंध में जानकारी ली एवं उन्हें प्रशासन से मिल रहे सहयोग के सम्बंध में भी विस्तार से बताया। उपायुक्त द्वारा सिनी टाटा ट्रस्ट द्वारा लखपति किसान योजना के तहत किये जा रहे कार्यों की जानकारी ली गयी। बताया गया कि क्षेत्र में सुकर पालन, मछली पालन, टमाटर व तरबूज की खेती के लिए वृहद रूप से कार्य किये गए हैं।
इसके साथ ही जेएसएलपीएस द्वारा संचालित जोहार परियोजना के तहत किये जा रहे कार्यों से मिल रहे लाभ के विषय मे भी जानकारी ली गयी। उन्होंने कहा कि वर्तमान में महिलाओं द्वारा विकास के कार्यो में बढ़-चढ़ कर भाग लिया जा रहा है। यह प्रसंशा का विषय है, महिला सशक्तिकरण का यह दृश्य निश्चय ही सभी के लिए बेहतर उदाहरण सिद्ध हो रहा है। उन्होंने उत्पादक समूहों को भी बेहतर कार्य करने हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
*उपायुक्त ने ग्रामीणों से संवाद के दौरान उन्हें महत्वपूर्ण रूप से मुक्ति के सूत्रों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि विकास सुनिश्चित करने हेतु हर ग्रामीण को सामूहिक प्रयास से जुड़ने की आवश्यकता है।* हर व्यक्ति को अपने स्तर से जागरूक दृष्टिकोण अपनाते हुए आगे बढ़ने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि इसके लिए कुछ नकारात्मकता से मुक्ति भी जरूरी है। इसमें मुख्य रूप से खुले में शौच से मुक्ति, इसके लिये उन्होंने कहा कि जिन्होंने शौचालय निर्माण नहीं कराया है वे अपना आवेदन प्रखण्ड कार्यालय में यथाशीघ्र जमा कराएं। आगे उन्होंने कहा कि नशे से मुक्ति भी अत्यंत आवश्यक है एवं गन्दगी से मुक्ति के सम्बंध में उन्होंने कहा कि ग्रामीण श्रमदान कर सोखता गड्ढा का निर्माण करें। उन्होंने कहा कि यदि सभी मिलकर संकल्प लें तो निश्चित ही प्रगति का पथ प्रशस्त होगा।
*ग्रामीणों ने बताया किस प्रकार योजनाओं से मिला लाभ*
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मौके पर ग्रामीणों द्वारा योजनाओं के तहत मिले लाभ के सम्बन्ध में विस्तार से बताया। साथ ही इस दौरान ग्रामीणों ने उपायुक्त के समक्षअपनी मांगे भी रखी। इसमें मुख्य रूप सोलर पंप आधारित डीप बोरिंग, पीसीसी पथ, कब्रिस्तान घेराबंदी, खेल मैदान का निर्माण आदि शामिल है। इसपर उपायुक्त ने कहा कि ग्रामीणों की समस्याओं का यथासम्भव निराकरण किया जाएगा। साथ ही पेयजल की समस्या पर ध्यान आकृष्ट करते हुए उन्होंने कहा कि कुआं का निर्माण, लिफ्ट इरिगेशन, मेढबन्दी आदि की दिशा में भी कार्य किये जायेंगे।
उपायुक्त ने जंगलों के बीच जाकर किसानों का मनोबल भी बढ़ाया। उन्होंने इस दौरान क्षेत्र का अवलोकन कर जल संरक्षण की विभिन्न संरचनाओं का निरीक्षण किया। साथ ही किसानों को उन्नत खेती व जल संरक्षण की दिशा में प्रोत्साहित भी किया। किसानों का कहना है कि योजनाओं से जुड़कर उन्होंने बेहतर कार्य किये हैं। उन्होंने कहा कि उपायुक्त के इस क्षेत्र भ्रमण से ग्रामीणों का उत्साह व भरोसा बढ़ा है। प्रशासन व आमजनों के बीच बेहतर सम्बन्ध स्थापित करने का ये प्रयास निश्चित ही सार्थक सिद्ध होगा।
इसी क्रम में उपायुक्त द्वारा हाईटेक पॉली हाउस का भ्रमण किया गया। सिनी टाटा ट्रस्ट के प्रतिनिधि द्वारा जानकारी दी गयी कि नर्सरी बढ़ाने और इसके प्रबंधन के लिए उद्यमियों को कैपेसिटाइज़ किया गया है। चयनित सब्जी किसानों से नर्सरी उद्यमियों का चयन चयनित सब्जी फसलों की स्वस्थ पौष्टिकता के लिए किया गया है। नर्सरी में उगाए गए रोपे सब्जी काश्तकारों को उचित दर पर उपलब्ध कराए जाएंगे। ये इकाइयाँ उद्यम आधार पर चलाई जाएंगी और नर्सरी उद्यमी के लिए आय का एक महत्वपूर्ण स्रोत भी होंगी। जबकि किसानों को गुणवत्ता वाले पौधे उपलब्ध कराने की सेवाएं भी प्रदान करेंगी।
*उपायुक्त ने पंचघाघ जलप्रपात में व्यवस्थाओं का लिया जायजा*
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*प्रखण्ड संसाधन केंद्र का किया निरीक्षण*
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क्षेत्र भ्रमण के क्रम में उपायुक्त ने पंचघाघ जलप्रपात में व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने प्रखण्ड विकास पदाधिकारी को निर्देशित किया कि पर्यटन का केंद्र पंचघाघ जलप्रपात में व्यवस्था सुदृढ होनी चाहिए। साथ ही प्रतीक्षालय आदि में भी आवश्यक व्यवस्था सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए गए।
इसी कड़ी में उपायुक्त द्वारा मुरहू प्रखण्ड कार्यालय परिसर स्थित प्रखण्ड संसाधन केंद्र में शिक्षा विभाग व सिनी टाटा ट्रस्ट के संयुक्त सहयोग से विकसित किये गए रिसोर्स केंद्र का निरीक्षण किया। जिले के मुरहू, खूँटी एवं कर्रा में संसाधन केंद्र को संसाधन युक्त बनाया गया है। मौके पर बताया गया कि इस संसाधन केंद्र के माध्यम से शिक्षकों के साथ लगातार क्षमतावर्धन का कार्य किया जाता है। जिसमें प्रशिक्षण, कार्यशाला एवं विभिन्न नवाचार युक्त गतिविधियां शिक्षकों के साथ करवाई जाती है। इसके अलावा संसाधन केंद्र पर उपलब्ध शिक्षण संसाधन सामग्रियों का उपयोग शिक्षकों द्वारा विद्यालय स्तर पर भी किया जाता है, उसी के आधार पर शिक्षकों द्वारा विद्यालय में भी शिक्षण सामग्रियों का निर्माण किया जाता है।
इस दौरान जानकारी दी गयी कि संसाधन केंद्र के माध्यम से शिक्षा विभाग के साथ मिलकर विद्यालय में पुस्तकालय निर्माण एवं उसके उपयोग, विद्यालय में लिखित समृद्ध माहौल विकसित करना, विद्यालय प्रबंधन समिति को उनके कार्य के प्रति जागरूक करना, एवं बाल संसद के बच्चों का प्रशिक्षण करवाना आदि प्रमुख कार्य किए जाते हैं । इसके अलावा आईटी कार्यक्रम के तहत बनाए गए रोस्टर के अनुसार विद्यालय में संसाधन केंद्र से लैपटॉप और टेबलेट ले जाकर विद्यालय में बच्चों के साथ में खान एकेडमी, प्रोजेक्ट बेस कार्य एवं विभिन्न ऐप आधारित लर्निंग का कार्य किया जाता है, जिससे बच्चों को तकनीकी से जोड़ने का एक अहम कदम है। उपायुक्त द्वारा थीम अनुसार निर्मित संसाधन केंद्र का अवलोकन किया गया तथा जिला शिक्षा अधीक्षक को विद्यालय स्तर पर इन कार्यों का निरन्तर अनुश्रवण करने का निर्देश भी दिया।
उपायुक्त ने कहा कि हमारा प्रयास है कि सभी क्षेत्रों के विकास की दिशा में विकासशील कार्य जारी है। साथ ही ग्रामीणों को लाभन्वित करने की दिशा में जिला प्रशासन बेहतर सम्पर्क स्थापित करते हुए कार्य करने हेतु पूर्ण रूप से तत्पर है।