रामगढ़: शुक्रवार को रामगढ़ प्रखंड अंतर्गत पुराना सदर अस्पताल परिसर में अनुमंडल पदाधिकारी सुश्री कीर्ति श्री जी की अध्यक्षता में रामगढ़ क्षेत्र अंतर्गत महिला सुपरवाइजर्स एवं विभिन्न आंगनबाड़ी केंद्रों की सेविकाओं को एमटीसी के संबंध में प्रशिक्षण दिया गया।
इस दौरान अनुमंडल पदाधिकारी ने महिला सुपरवाइजर्स एवं आंगनवाडी सेविकाओं को नियमित अंतराल पर क्षेत्र भ्रमण कर, वैसे बच्चे जो कि किसी भी तरह से कुपोषण का शिकार है, उन्हें सरकार द्वारा दी जा रही है हर संभव मदद प्रदान करने एवं उनके उपचार हेतु नजदीकी एमटीसी केंद्र में भर्ती कराने का निर्देश दिया।
प्रशिक्षण के दौरान जिला समाज कल्याण पदाधिकारी श्रीमती नचिकेता मिश्रा के द्वारा सुपरवाइजर्स एवं आंगनवाडी सेविकाओं को कुपोषित बच्चों के पहचान हेतु सरकार द्वारा जारी किए गए गाइडलाइन के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गई।
इस दौरान जिला समाज कल्याण पदाधिकारी ने कुपोषित बच्चों के पहचान हेतु एमयूएसी टेप, इन्फैंटोमीटर, स्टूडियो मीटर आदि का उपयोग करने की जानकारी दी।
इसके साथ ही कुपोषित बच्चों को चिन्हित करने हेतु उनका वजन, लंबाई, शरीर में सूजन आदि जैसे मानदंडों का भी पालन करने के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि उपरोक्त मानदंडों का माप करते हुए संबंधित बच्चे का स्टैंडर्ड डेविएशन निकाला जाना है। इसमें जो भी बच्चे अति गंभीर कुपोषित हो उन्हें नजदीकी एमटीसी केंद्र में भर्ती कराया जाए।
गौरतलब हो कि एमटीसी केंद्र में भर्ती बच्चे की मां को भी एमटीसी केंद्र में रहने की सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। इसके साथ ही प्रत्येक दिन के हिसाब से ₹100 की राशि का भुगतान भी उन्हें किया जाता है। एमटीसी केंद्र में एक बार में बच्चे को 15 दिनों तक रहने की सुविधा दी जाती है।
उपरोक्त प्रशिक्षण के दौरान डी आर सी एच ओ डॉक्टर बिनय मिश्रा, प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी रामगढ़ डॉ मृत्युंजय, महिला सुपरवाइजर्स, आंगनबाड़ी सेविकाओं सहित अन्य उपस्थित थे।