खूंटी जिला प्रशासन का उद्देश्य है कि वर्तमान में महिलाओं के लिए एक सशक्त समाज व आत्मनिर्भर भविष्य के सपनों को साकार किया जाय। जिला प्रशासन व जे.एस.एल.पी.एस के सहयोग से महिलाओं में आत्मविश्वास जागृत करने के प्रयास सार्थक सिद्ध हो रहे हैं। खूँटी जिला अंतर्गत तोरपा प्रखंड के धोबीसोसो- उरकीमारी की रहने वाली 22 वर्षीय रुद्रानी की कहानी अपने आप में प्रेरणा का श्रोत है। शादी के 3 साल के बाद भी रुद्रानी घरेलु हिंसा का शिकार हो रही थी। उन्होंने घरेलु हिंसा के खिलाफ आवाज़ उठाई और अपने पति से अलग होकर उन्होंने अपने जीवनव्यापन का निश्चय किया। रुद्रानी के जीवन में उम्मीद की किरण जागी जब उन्हें अपने सम्बन्धियों के सहयोग से दीन दयाल उपाध्याय-ग्रामीण कौशल योजना की जानकारी मिली।
रुद्रानी ने उपबोधन (काउन्सलिंग) के पश्चात सिलाई मशीन परिचालक के 3 महीने के मुफ्त आवासीय प्रशिक्षण में दाखिला लिया। उन्होंने शाही एक्सपोर्ट के राँची प्रशिक्षण इकाई में अपना कौशल वर्धन किया व उन्हें शाही एक्सपोर्ट के ही बंगलुरु के अष्टम इकाई में (यूनिट- 8) में नौकरी करने का अवसर प्राप्त हुआ। आर्थिक रूप से परेशान रुद्रानी को महज़ 3 महीनों के मुफ्त प्रशिक्षण के बाद लगभग 10,000 की मासिक आमदनी होने लगी। इस आमदनी से रुद्रानी को न केवल आर्थिक व सामजिक स्थिरता मिली बल्कि वह अपने 2 छोटी बहनों के पढ़ाई का खर्च भी उठा पा रही हैं।
इसके फलस्वरुप इनकी दोनों बहनों को लोकल दवाई दूकान में कंप्यूटर ऑपरेटर का काम मिल पाया। साथ ही घर में कमाने वालों की संख्या व आमदनी की वृद्धि हो पायी। आज रुद्रानी अपना खुद का बुटीक खोल कर फैशन डिज़ाइनर बनने की ख्वाइश रखती हैं। जिला प्रशासन के सक्षम प्रयास व संचालित योजना DDU-GKY इनके हौसलों को सफल उड़ान देने में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है।