रिम्स में इलाजरत लालू प्रसाद की तबीयत में अचानक गिरावट आई है। डायबिटीज के मरीज होने के कारण उनके क्रियेटनीन लेवल में अचानक वृद्धि हुई है। रिम्स में लालू प्रसाद का इलाज कर रहे डॉ. उमेश प्रसाद के मुताबिक अगर उनके स्वास्थ्य में ऐसे ही गिरावट जारी रही, तो उन्हें डायलिसिस की जरूरत पड़ सकती है। रिम्स प्रबंधन की तरफ से इसकी जानकारी हाईकोर्ट को भी दी गई है। हाईकोर्ट ने रिम्स प्रबंधन से लालू यादव के स्वास्थ्य पर रिपोर्ट मांगी थी।
25 फीसदी काम कर रही है किडनी
रिम्स के चिकित्सकों के मुताबिक लालू प्रसाद की फिलहाल 25 फीसदी किडनी ही काम कर रही है। हालिया कुछ दिनों की अपेक्षा इसमें 10 फीसदी की गिरावट आई है। अगर इसमें 10-12 फीसदी की और गिरावट आती है, तो उन्हें तुरंत डायलिसिस की जरूरत पड़ सकेगी।
चिकित्सकों के लिए चिंता का विषय
जब लालू प्रसाद रिम्स आए थे, तब उनकी किडनी 3बी के स्टेज में थी। अब यह स्टेज-4 में पहुंच गयी है। दो साल तक इंसुलिन और चिकित्सकों की देख-रेख में किडनी ने बेहतर काम किया था, लेकिन अब एक बार फिर उसकी हालत बिगड़ने लगी है। रिम्स के चिकित्सकों के मुताबिक अगर कोरोना के संक्रमण का खतरा नहीं होता, तो बेहतर इलाज के लिए लालू प्रसाद को एम्स भी भेजा जा सकता था।
मानसिक तनाव में भी हैं लालू
चिकित्सकों के मुताबिक उनकी तबीयत बिगड़ने का एक बड़ा कारण उनका मानसिक तनाव भी है। वे बिहार चुनाव को लेकर लगातार चिंतित हैं। खाने-पीने पर भी नियमित ध्यान नहीं दे रहे , न्यूज़ सोर्स झारखंड रेपोर्टेर्स