16.1 C
New Delhi
Monday, December 23, 2024
HomePoliticsझारखंड उपचुनाव : नहीं जला फ्यूज बल्ब, मरांडी मॉडल पूरी तरह फेल

झारखंड उपचुनाव : नहीं जला फ्यूज बल्ब, मरांडी मॉडल पूरी तरह फेल

झारखंड में आज विधानसभा की दो सीटों के लिए हुए उपचुनाव के नतीजे आये. दुमका और बेरमो में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाले महागठबंधन ने दमदार जीत हासिल की. दोनों ही सीटों पर बीजेपी प्रत्याशियों को हार का सामना करना पड़ा.
दो सीटों पर हुआ ये उपचुनाव कई मायनो में खास रहा. एक ओर जहां इस चुनाव ने राज्य की हेमंत सोरेन सरकार के कामकाज पर अपनी मुहर लगाई, तो वही दूसरी तरफ झारखंड के उन मौकापरस्त नेताओ के लिए एक संदेश भी दिया जो झारखंड के अधिकारों पर चुप्पी साध लेते थे. झारखंडियों के हक अधिकार पर सियासत करते थे. झारखंडियों के स्वाभिमान और सम्मान को सूली पर चढ़ाकर, झारखंडियों की भावना को वोट पाने का जरिया मानते थे. ये चुनाव उन नेताओ के लिए एक सबक है, जो झारखंड के अधिकारों को लेकर आवाज उठाने की जगह, आवाज दबाने, लोगो को भड़काने, मुद्दों से भटकाने के लिए अपनी सियासत कर रहे थे.
झारखंड में बीजेपी ने दोनों सीटों पर हारकर क्या सबक सीखा, ये तो वक्त बताएगा. मगर इतना जरूर है कि इस विधानसभा उपचुनाव ने बीजेपी के ‘मरांडी मॉडल’ और ‘फ्यूज बल्ब गैंग’ के झारखंड विरोधी सोच और इरादों को तगड़ा झटका दिया. बीजेपी ने विधानसभा चुनाव के बाद जेवीएम सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी को बतौर विधायक दल का नेता बीजेपी में ‘इम्पोर्ट’ कराया. ताकि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के सामने एक आदिवासी चेहरे को खड़ा किया जा सके. मगर उसी बाबूलाल मरांडी के साथ जेवीएम से बीजेपी में आये कार्यकर्ताओ और नेताओ को बीजेपी में हाशिये पर धकेल दिया. आदिवासियों को धोखा देने के लिए बीजेपी ने एक नेता तो खड़ा करने की पूरी कोशिश की, मगर पार्टी की कार्यसमिति में आदिवासियों को कही कोई तरजीह नहीं दी. बीजेपी ने दोनों ही सीटों पर मरांडी के चेहरे को आगे कर चुनाव लड़ा. कभी धर्म, कभी जातिवाद तो कभी सत्ता परिवर्तन का डर जनता को दिखाकर वोट हथियाने की नाकाम कोशिश की. मगर दुमका और बेरमो की जनता ने विकासवाद और समाजवाद को चुना.
दुमका और बेरमो के उपचुनाव में बीजेपी का मरांडी मॉडल पूरी तरह से फेल हो गया. साथ ही आजसू को साथ लाकर एक खास वर्ग को झारखंडियत के मुद्दे से भटका कर जातिवाद के रास्ते पर लाने की भाजपा की कोशिश भी नाकाम रही. अब जरुरत है ऐसे नेताओ को ये समझने की कि झारखंड की जनता ने झारखंड की तरक्की, विकास और खुशहाली के लिए अपना मतदान दिया है, इसमें सभी को आगे आकर सहयोग करना होगा. न्यूज़ सोर्स रांची लाईव

Most Popular

Recent Comments