झारखण्ड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी एवं जिला प्रशासन के सहयोग से राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन अंतर्गत गठित सखी मंडल के सदस्यों को किसान का दर्जा दिलाने, आजीविका में संवर्धन करने तथा रेशम का धागा उत्पादन को बढ़ाने के उद्देश्य से बोरियो प्रखण्ड के बीचपुरा ग्राम, पंचायत धनवार में आज से रेशम उत्पादन सह प्रशिक्षण केंद्र का उद्घाटन उप विकास आयुक्त प्रभात कुमार बरदियार के हाथों किया गया।
उप विकास आयुक्त श्री बरदियार ने सखी मंडल समूह की महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा की साहेबगंज जिले में पूर्व से ही रेशम से धागा निकलने की परंपरा रही है।
यह सिर्फ़ साहेबगंज जिले की परंपरा ही नहीं बल्कि यह यहां की ग्रामीण महिलाओं के लिए आजीविका संवर्धन का एक विकल्प भी है।
अब महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए एवं जिले के तसर को नई पहचान देने के उद्देश्य है केंद्र सरकार एवं राज्य सरकार के सहयोग से राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन अंतर्गत प्रशिक्षण सह उत्पादन केंद्र शुरू किया गया है।
यहां महिलाओं को कुकुन से रेशम का धागा निकालने का 50 दिवसीय प्रशिक्षण दिया जा रहा है, यह प्रशिक्षण आप सभी के लिए निशुल्क होगा इसलिए अधिक से अधिक महिलाएं प्रशिक्षण केंद्र से जुड़े प्रशिक्षण लें एवं अपने लिए रोज़गार के अवसर पैदा करें।
ज्ञात हो कि साहेबगंज जिला में लोग आदिम काल से ही रेशम का धागा पुराने एवं परंपरागत तरीके से निकालते चला रहे हैं। लोगों की रूचि एवं रेशम धागा उत्पादन में क्रांति लाने के उद्देश्य से ही इस अत्याधुनिक मशीन से लैस प्रशिक्षण केंद्र का शुभारंभ किया जा रहा है। जिससे यहां की महिलाओं को प्रशिक्षण दिला कर इनके आय में बढ़ोतरी होगी साथ ही उनके जीवन स्तर में सुधार भी होगा।
जिससे महिलाएं गरीबी से बाहर निकल पाएंगी और हमारा राज्य रेशम निर्मित वस्तुओं के उत्पादन में आत्मनिर्भर होगा।