रांची – डॉ शंभु प्रसाद सिंह जी को संगठन द्वारा लेवी नहीं मांगा गया है. संगठन में कोई भगत नाम का व्यक्ति नहीं है. संगठन खंडन करता है. कोई चोर गिरोह होगा. संगठन ऐसा घिनौना काम नहीं करता है. निवेदक, पार्टी सुप्रीमो दिनेश गोप.’ नक्सली संगठन पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएलएफआइ) के सुप्रीमो दिनेश गोप ने यह चिट्ठी पत्रकारों के नाम लिखी है. चिट्ठी पर पत्रांक संख्या 1023 लिखा है. तारीख 19.11.2020 अंकित है.
गुरुवार (19 नवंबर, 2020) को पीएलएफआइ के नाम से एक चिट्ठी सोशल मीडिया व्हाट्सएप्प के ग्रुप में वायरस हुआ. पीएलएफआइ सुप्रीमो दिनेश गोप के कथित हस्ताक्षर से जारी इस चिट्ठी में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) के सचिव डॉ शंभु प्रसाद से उसके संगठन की ओर से रंगदारी मांगे जाने का खंडन किया गया है. दिनेश गोप ने इसे घिनौना काम भी करार दिया है.
पीएलएफआइ के प्रमुख ने इस चिट्ठी में यह भी कहा है कि जिस एरिया कमांडर भगत जी के नाम से डॉ शंभु प्रसाद को धमकी दी गयी थी, उस नाम का कोई भी व्यक्ति उसके संगठन में नहीं है. उल्लेखनीय है कि बुधवार को पीले रंग का एक पर्चा सोशल मीडिया ग्रुप में वायरल हुआ था. इसमें भगत जी नामक किसी व्यक्ति ने आइएमए के सचिव डॉ शंभु प्रसाद से 20 लाख रुपये की लेवी मांगी थी. पैसे का भुगतान नहीं करने पर अंजाम भुगतने की धमकी दी थी.
इस पीले रंग के पर्चे पर लिखा गया था कि 24 घंटे के अंदर संगठन से संपर्क नहीं किया, तो उसका अंजाम बुरा होगा. डॉ शंभु प्रसाद ने पुलिस अधिकारियों को इसकी जानकारी दी. साथ ही थाना में प्राथमिकी भी दर्ज करवायी. पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है. अब दिनेश गोप ने चिट्ठी जारी करके इसका खंडन किया है और धमकी देने वाले को चोर गिरोह बताया है।