देवघर जिला कांग्रेस कार्यालय में जिला अध्यक्ष मुन्नम संजय के नेतृत्व में उत्साह पूर्वक मनाया गया। दीपावली एवं काली पूजा के शुभ अवसर पर चाचा नेहरू की जयंती को बाल दिवस के रूप में उनके विचारधारा, नेतृत्व क्षमता, दूरदर्शिता,ऐतिहासिक योगदान तथा देश के स्वर्णिम भविष्य के को गढ़ने के कार्यों को को याद करते हुए उनके तस्वीर पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई। जयंती के शुभ अवसर पर जिला अध्यक्ष मुन्नम संजय ने कहा कि सैकड़ों वर्ष गुलामी के पश्चात पंडित नेहरू को देश का बागडोर संभालने का मौका मिला। देश की संप्रभुता और अखंडता को अक्षुण्ण बनाने वाले पंडित नेहरू एक दूरदर्शी राजनीतिक, कुशल प्रशासक के साथ-साथ समाजवाद की अवधारणा वाले नेता थे। देश के विकास और आधुनिक भारत के निर्माण के लिए औद्योगिक, शैक्षणिक, चिकित्सकीय, कृषि एवं विज्ञान के क्षेत्र में काम कर आधारभूत संरचना के रूप में भाखड़ा नांगल, रिहंद डैम,एच ई सी, बोकारो, भिलाई, राउरकेला स्टील प्लांट, आईआईटी, आई आई एम, एम्स, डीआरडीओ,एवं एनडीए जैसे संस्थान की स्थापना कर देश को सौंपने का काम किया। देश में पंचवर्षीय योजना को लागू करने वाले नेहरू के नीतियों के कारण देश में कृषि उद्योग का एक नया युग शुरू हुआ। उनके द्वारा भूमि सुधार अधिनियम, योजना आयोग का गठन,विज्ञान प्रौद्योगिकी के विकास को प्रोत्साहित कर एक महत्वपूर्ण भूमिका अदा की।साथ ही भूमि सुधार अधिनियम तथा न्यूनतम मजदूरी दर को लागू कर किसान हित में योगदान दिए। जब देश का कमान पंडित नेहरू ने संभाला तो देश में एक सुई तक नहीं बनता था परंतु आज विकास की एक लंबी लकीर खींच कर आधुनिक भारत का निर्माण करने का काम किया।हम कांग्रेसजनों को युग दृष्टा शासक पंडित नेहरू के विचारधारा को सहज कर रखने तथा उनके बताए गए मार्ग पर आगे बढ़ने की आवश्यकता है।
इस मौके पर वरिष्ठ उपाध्यक्ष प्रोफ़ेसर उदय प्रकाश,अशोक कुमार सिंह, पूर्व जिला अध्यक्ष राजेंद्र दास, सेवा दल प्रदेश उपाध्यक्ष अजय कुमार, सुखदेव दुबे,मीडिया प्रभारी दिनेश कुमार मंडल, दिनेशानंद झा, पिछड़ा अवधेश प्रजापति, प्रतिक सिन्हा,युवा अध्यक्ष आदित्य सिरोलिया,नगर अध्यक्ष रवि केसरी, अर्जुन राव, नाहिदा सुल्तान, अंकुर आनंद, आलोक कुमार, कामदेव दास, मनीष कुमार, दीपक कुमार रावत,रोहित महथा, संजय दास,रतन यादव मुन्ना, गुलो पासवान,निताय भंडारी,छोटू सिंह, धर्मेंद्र दास, विनोद सिंह, राजा सिंह आदि मौजूद थे।