आज अपर समाहर्ता अनुज कुमार प्रसाद की अध्यक्षता में जिला स्तरीय राजस्व संग्रहण से संबंधित बैठक आयोजित की गई।
बैठक के दौरान खनन विभाग की समीक्षा करते हुए पाया गया कि वित्तीय वर्ष 2018-19 में 74 करोड़ रुपए का राजस्व संग्रहण किया गया था एवं वितीय वर्ष 2019- 20 में 63 करोड़ का संग्रहण किया गया था।
बैठक में बताया गया कि पिछले वित्तीय वर्ष में नवंबर माह तक 3192.32 लाख का राजस्व संग्रहण हुआ था जबकि वित्तीय वर्ष भी 2020-21 में माह नवंबर तक 5081.03 लाख राजस्व का संग्रहण किया था।
उत्पाद विभाग की समीक्षा के दौरान बताया गया कि लक्ष्य के अनुरूप वित्तीय वर्ष 2020-21 में अब तक 61% राजस्व संग्रहण किया गया है जिसमें नवंबर माह तक ₹20 करोड़ 67 लाख का राजस्व संग्रहण किया गया है।
बैठक में मत्स्य विभाग की समीक्षा के दौरान बताया गया कि अब तक 36% राजस्व संग्रहण किया गया है इसी संबंध में अपर समाहर्ता ने तालाब बंदोबस्ती से संबंधित जानकारी ली एवं संबंधित पदाधिकारी को वित्तीय वर्ष के अंत तक लक्ष्य की प्राप्ति का निर्देश दिया।
बैठक में अवर निबंधन द्वारा राजस्व संग्रहण की जानकारी ली गई जिसमें पाया गया कि अभी तक अवर निबंधन में 36% राजस्व संग्रहण किया गया है जिसे अपर समाहर्ता ने 80% तक बढ़ाने का निर्देश दिया।
इसके अलावा कृषि विभाग द्वारा राजस्व संग्रहण की समीक्षा करते हुए आम बागान की नीलामी, कृषि अनुज्ञप्ति, उर्वरक पंजीकरण द्वारा संग्रहण किए गए राजस्व की जानकारी ली गई एवं सहकारिता विभाग द्वारा पिछले वर्ष की तुलना में किए गए राजस्व संग्रहण की जानकारी लेते हुए उन्हें लक्ष्य की प्राप्ति करने का निर्देश दिया गया।
बैठक में अपर समाहर्ता श्री प्रसाद ने कहा विभागों को अगर इस वितीय वर्ष राजस्व संग्रहण का लक्ष्य प्राप्त नहीं हुआ है वह पूर्व के वितीय वर्ष को लक्ष्य मान कर राजस्व संग्रहण कार्य करें।