देवघर – पुलिस अधीक्षक अशिवनी कुमार सिन्हा को मिली गुप्त सूचना के आधार पर प्रशिक्षु आईपीएस कपिल चौधरी व साइबर डीएसपी मंगल सिंह जामुदा की अगुवाई में साइबर थाना की पुलिस ने सारठ थाना क्षेत्र के ढोंडोडूमर, चरकमारा व चितरा थाना के सोनातार गांव से कुल 14 साइबर आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस हाउस कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में एसपी अशिवनी कुमार सिन्हा ने बताया कि उन्हें गुप्त सूचना मिली थी कि सभी सारठ थाना व चितरा थाना के विभिन्न क्षेत्रों में फिर साइबर अपराधी सक्रिय हो गए हैं छापेमारी में पकड़ा जा सकता हैं। उसी के आधार पर एसपी श्री सिन्हा ने सारठ थाना प्रभारी सह प्रशिक्षु आईपीएस कपिल चौधरी व साइबर डीएसपी मंगल सिंह जामुदा की अगुवाई में टीम का गठन किया और छापेमारी करने का निर्देश दिया। एसपी श्री सिन्हा के निर्देश पर छापेमारी कर कुल 14 साइबर आरोपियों को पुलिस ने धर दबोचा। सभी गिरफ्तारी के डर से घर से बाहर भागे फिर रहे थे जिसे खेत व खलिहान से गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने छापेमारी के दौरान सारठ थाना क्षेत्र के ढोंडोडूमर, चरकमारा व चितरा थाना के सोनातार गांव में छापेमारी किया और वहां से कुल 14 आरोपियों की गिरफ्तारी हुई हैं। साथ ही इन लोगों के पास से पुलिस ने 22 मोबाइल, 36 सिम कार्ड , 01 मोटरसाइकिल, 09 एटीएम , 07 पासबुक, 01 लैपटॉप,01 सहित दो चारपहिया वाहन बरामद किया हैं।
*कैसे करते हैं ठगी*
प्रेस कॉन्फ्रेंस में एसपी ने बताया कि ये लोग मोबाइल के सहायता से लोगों को कॉल लगाकर उसे किसी बैंक का ग्राहक अधिकारी बताकर उसे एटीएम बंद होने की जानकारी देता हैं और झांसे में लेकर उसके मोबाइल पर ओटीपी भेजकर उससे खाते से ठगी करते हैं। इतना ही नही ये लोग केवाईसी अपडेट के नाम पर भी ग्राहकों को ओटीपी भेजकर उससे ठगी करते हैं। एसपी ने यह भी बताया कि ये लोग विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक एप्प्स के साइट पर जाकर उसके साइट को छेड़छाड़ कर ग्राहक सेवा अधिकारी के नम्बर के जगह अपना नम्बर डाल देते हैं जिससे कि कोई भी यूजर जब ग्राहक सेवा अधिकारी से बात करने के क्रम में अपना डिटेल्स को साइबर अपराधियों को दे देते हैं जिससे की बड़ी आसानी से ठगी के शिकार बन जाते हैं। और जब वे पुनः बात करते हैं तो उसे रिफण्ड के नाम पर उसे फंसाकर उसके मोबाइल पर ओटीपी भेजकर उसके खाते से फिर ठगी कर लेते हैं। इतना ही नही अब ये लोग सीएसपी संचालक के मिलीभगत से भी साइबर अपराध का अंजाम देते हैं। लोगो को झांसे में लेकर सीएसपी संचालक अपने खाते में पैसे डलवाते हैं और फिर उससे 20 प्रतिशत कमीशन लेकर शेष पैसा साइबर आरोपी को वापस लौटा देता हैं। गिरफ्तार साइबर अपराधियों के आपराधिक इतिहास के बारे में पूछे जाने पर एसपी श्री सिन्हा ने एक आरोपी गौतम कुमार दास के बारे में बताया कि इसका आपराधिक इतिहास हैं ये 2019 में जसीडीह दिघरिया स्थित पेट्रोल पंप लूटकांड का आरोपी रहा हैं और जेल भी गया हैं। शेष के बारे में जांच की बात कही। फिलहाल इनलोगों के विरुद्ध साइबर थाना में साइबर ठगी की प्राथिमिकी दर्ज कर जेल भेजने की तैयारी में जुटी हैं।
*किस किस की हुई गिरफ्तारी*
गिरफ्तार साइबर आरोपियों में से संदीप रमानी, सूरज रमानी अमित जहम चिराउद्दीन अंसारी तीनो डूमरथर थाना करों निवासी, जितेंद्र कुमार पोद्दार, पुरषोतम पोद्दार, राजीव कुमार, संजय मंडल, पलटन पोद्दार, चारो ढोडोडूमर थाना सारठ अंतर्गत, विपुल दास, गौतम कुमार दास, दोनो चितरा सोनातार निवासी, शाहिल कुमार चौधरी जटाही मोड़ देवघर निवासी, गौतम कुमार दास, रिखिया देवघर, निवास कुमार दास संग्रामलोढ़िया थाना जसीडीह निवासी शामिल हैं। जिसमे गौतम कुमार दास वर्ष 2019 में जसीडीह पेट्रोल पंप लूट कांड का आरोपी हैं जो पूर्व में जेल जा चुका हैं।
*क्या क्या हुआ हैं बरामद*
गिरफ्तार साइबर अपराधियों के पास से पुलिस ने 22 मोबाईल, 36 सिम कार्ड, 09 एटीएम, 07 पासबुक,1 लैपटॉप, 01 मोटर साइकिल , 02 चारपहिया वाहन एक बेलोनो व एक आल्टो कार शामिल हैं, को बरामद किया हैं।