आज उपायुक्त, श्री शशि रंजन की अध्यक्षता में जिला ई-गवर्नेंस सोसायटी (DeGS) की बैठक आयोजित हुई। बैठक के दौरान उपायुक्त द्वारा DeGS/e Office/UIDAI/NIC/ MIS आदि से सम्बंधित किये जा रहे कार्यों की समीक्षा की गयी। इस दौरान ई ऑफिस से सम्बंधित चुनौतियों व समस्याओं के सम्बंध में चर्चा की गई। उन्होंने निर्देशित किया कि ई- ऑफिस के माध्यम से ही डाक का आगमन और निर्गमन करना सुनिश्चित करें। इसके साथ ही आधार पंजीकरण सम्बन्धी समीक्षा के दौरान निर्देशित किया गया कि आधार पंजीकरण का कार्य शत-प्रतिशत किया जाय। साथ ही 5 वर्ष से कम उम्र के बच्चों का भी आधार पंजीकरण का कार्य शत-प्रतिशत किया जाय। इस दौरान उपायुक्त द्वारा सम्बन्धित अधिकारियों/कर्मियों को निर्देशित किया गया कि सभी पंचायत भवन में इंटरनेट कनेक्शन कराना सुनिश्चित किया जाय। साथ ही सभी पंचायत में प्रज्ञा केंद्रों के संचालन के सम्बंध में जानकारी ली गयी। इसी क्रम में भारत नेट प्रोजेक्ट व झारनेट आदि के लिए किए जा रहे कार्यों की जानकारी ली गई। साथ ही इन कार्यों में तेजी लाने हेतु सम्बन्धित अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए गए। उन्होंने निर्देशित किया कि डिजिटल हार्डवेयर व सॉफ्टवेयर ऑडिट के माध्यम से ई ऑफिस की आवश्यकताओं का मूल्यांकन करते हुए विस्तृत रिपोर्ट उपलब्ध कराएं। इसके साथ ही उपायुक्त द्वारा PMGDISHA के सम्बंध में बेहतर कार्य सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। इसी क्रम में आधार सेवा केंद्र के संचालन हेतु जिला सूचना एवं विज्ञान पदाधिकारी को निर्देश दिए गए। मौके पर पंचायत व ग्राम वार मोबाइल नेटवर्क उपलब्धता की समीक्षा की गयी। इसपर उपायुक्त द्वारा मोबाईल नेटवर्क संचालकों को जिले के शैडो एरिया व सुदूरवर्ती क्षेत्रों में नेटवर्क उपलब्धता सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आ रही समस्याओं के निराकरण में जिला प्रशासन पूर्ण रूप से सहयोग करेगी। उन्होंने कहा कि कर्रा प्रखण्ड के लतरातु, कुर्से, डुमरगडी व अन्य ग्रामों में नेटवर्क की स्तिथि में सुधार किया जाय। इसके साथ ही जिले के सभी पर्यटन स्थलों में नेटवर्क की स्थिति सही होनी चाहिए। इस दौरान उपायुक्त द्वारा सीएससी मैनेजर को निर्देश दिए गए कि ई-मुलाकात को क्रियाशील बनाया जाय। बैठक के दौरान उपायुक्त द्वारा निर्देश दिया गया कि नेटवर्क कनेक्टिविटी की स्थिति का अनुश्रवण आवश्यक है। उन्होंने कहा कि वर्तमान के इस डिजिटल दौर में गाँव-गाँव को जोड़ना व सुरक्षा के दृष्टिकोण से भी नेटवर्क कनेक्टिविटी अतिआवश्यक है। उन्होंने निर्देशित किया कि धरातल पर नेटवर्क उपलब्धता की वर्तमान स्थिति का निरीक्षण किया जाना चाहिए।इन क्षेत्रों के लिए आवश्यकता के अनुरूप उचित कार्ययोजना बनाने हेतु उचित निर्देश दिए गए। साथ ही इससे संबंधित समस्याओं का निष्पादन कराते हुए साप्ताहिक रिपोर्ट उपलब्ध कराएं।