रांची*: मंत्रिमंडल सचिवालय और निगरानी विभाग ने सारे विभागों और क्षेत्रीय पदाधिकारियों से कहा है कि जन प्रतिनिधियों के प्रति पदाधिकारियों का व्यवहार सम्मानजनक हो. उनकी बातें धैर्यपूर्वक सुनी जायें और नियमानुसार उन पर समयबद्ध कार्रवाई की जाये. साथ ही जो कार्रवाई की जाती है, उसकी सूचना भी उन्हें दें.अगर किसी कार्य को करने में वैधानिक कठिनाइयां हों, तो उसकी सूचना भी उन्हें शिष्टतापूर्वक दी जाये. जिन मामलों में अंतिम निर्णय होने में विलंब होने की संभावना हो, वैसे मामलों में अंतरिम जवाब देकर उन्हें वस्तुस्थिति से अवगत कराया जाये. इस संबंध में विभाग के प्रधान सचिव अजय कुमार सिंह ने सारे विभागों के अपर मुख्य सचिव, प्रधान सचिव, सचिव, सभी विभागाध्यक्ष, प्रमंडलीय आयुक्त, उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक और सभी अनुमंडल पदाधिकारी को पत्र लिखा है. पदाधिकारियों से कहा गया है कि आप लोगों से मिलने का जो समय निर्धारित है, उसका अनुपालन निश्चित रूप से हो.यह भी लिखा गया है कि अपवादवाली स्थिति को छोड़ कर अपने फोन को स्विच ऑफ मोड में न रखें. अपवाद स्थिति में ही स्विच ऑफ किया जाये. जन प्रतिनिधिनियों का फोन उठाया जाये. किसी कारण से कॉल रिसीव नहीं कर पाते हैं, तो कॉलबैक करके बात की जाये. यह भी लिखा गया है कि पत्राचार को लेकर त्वरित सूचना इ-मेल आदि के माध्यम से देने की व्यवस्था को बढ़ावा दिया जाये. ऐसा करने से सबको आसानी से सूचना मिल जायेगी. अगर किसी मामले की संवेदनशीलता के मद्देनजर सूचना देना संभव नहीं है, तो ऐसे मामले में उच्चाधिकारी का आदेश लेकर आगे की कार्रवाई की जाये.अधिकारियों से कहा गया है कि अपने अधीनस्थ सारे सरकारी सेवकों को इससे अवगत कराया जाये और इसका अनुपालन भी सुनिश्चित कराया जाये. यह भी लिखा गया है कि सरकारी आदेश के अनुपालन में किसी तरह की ढिलाई न हो. सांसद, विधायक तथा अन्य ऐसे जनप्रतिनिधियों से प्राप्त सुझावों और पत्रों पर त्वरित कार्रवाई भी की जाये.*क्या है निर्देश*फोन को स्विच ऑफ मोड में नहीं रखेंकॉल रिसीव नहीं कर पाये, तो बाद में कॉलबैक कर बात करेंजन प्रतिनिधियों के सुझावों पर कार्रवाई कर उन्हें जानकारी देंपत्राचार को लेकर त्वरित सूचना इ-मेल के माध्यम से दें