उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी श्री मंजुनाथ भजंत्री के द्वारा सखी मंडल की महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ने एवं उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में रंगीन मछली रोजगार जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है। इसी कड़ी में आज उपायुक्त द्वारा मत्स्य प्रसार योजना (2020-2021) के तहत मत्स्य कार्यालय परिसर में धरवाडीह पंचायत के स्वयं सहायता समूह की 10 दीदियों के बीच (लगभग 20 हजार का किट) रंगीन मछली पालन के लिए एक्वेरियम, ड्रम, हीटर, फिल्टर, मोटर, पाईप, साईक्लिनिंग पाईप, नेट, प्लास्टिक टब, एफआरपी टैंक, हैंड नेट, पेपर स्टीक, दवा के साथ रंगीन मछली का वितरण किया गया।इस दौरान उपायुक्त श्री मंजुनाथ भजंत्री ने महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि प्रशिक्षण प्राप्त कर पुरे लग्न के साथ कार्य करें, ताकि जिले के और भी प्रखंडो की दीदियों को धीरे-धीरे रंगीन मछली पालन के रोजगार से जोड़ा जा सके। इस दौरान मीडिया प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए उपायुक्त श्री मंजुनाथ भजंत्री ने कहा कि माननीय मुख्यमंत्री जी के प्राथमिकता के अनुरूप जिला प्रशासन द्वारा जेएसएलपीएस की दीदीयों को सशक्त व स्वावलंबी बनाने हेतु प्रशिक्षण देकर स्वरोजगार से उन्हें जोड़ने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है, ताकि वे स्वरोजगार कर आत्मनिर्भर हो सके। ऐसे में मत्स्य विभाग द्वारा जेएसएलपीएस की सखी मंडल की दीदियों को प्रशिक्षित कर स्वरोजगार से जोड़ने का प्रयास किया जा रहा है, ताकि वे अपने घरों में हीं सुरक्षित रहते हुए स्वरोजगार कर कुछ आमदनी कर सकें। इसी कड़ी में मत्स्य विभाग के सहयोग से जेएलएलपीएस के सभी अधिकारियों, प्रखण्ड पदाधिकारियों, कर्मियों व स्वयं सहायता समूह की दीदियों को रंगीन मछली पालन, मत्स्य रोजगार से जुड़ी विस्तृत जानकारी व प्रशिक्षण दिया जा रहा है। आने वाले समय में प्रशिक्षण के पश्चात जिले के सभी प्रखण्डों व पंचायतों के स्वयं सहायता समूह की दीदियों को मत्स्य पालन के रोजगार से जोड़ा जायेगा, ताकि वे अपने गांव में हीं मत्स्य पालन कर अपने परिवार को सशक्त व आत्मनिर्भर बन सके। वर्तमान में शहरों में रंगीन मछलियों को पालने का चलन लगातार बढ़ रहा है, जिससे बना बनाया बाजार भी दीदियों को मिल जाएगा। ऐसे में दीदियों के साथ किसान भाई भी मछली पालन के साथ-साथ रंगीन मछलियों को पालकर और ज्यादा मुनाफा कमा सकते है।■ जिले में रंगीन मछली पालन व मत्स्य पालन को एक बेहतर रोजगार का स्वरूप दिया जायेगा….इसके अलावे उपायुक्त श्री मंजुनाथ भजंत्री ने कहा कि इस प्रकार का एक छोटा सा प्रयास एक साथ कई महिलाओं को अपने पैरों पर खड़ा कर देता है, इसका जीता-जागता उदाहरण स्वयं सहायता समूह की महिलाएं हैं। आने वाले समय में जिला प्रशासन द्वारा विभिन्न गांव की महिलाओं को प्रशिक्षित कर मत्स्य पालन व रंगीन मछली पालन के रोजगार से जोड़ा जाएगा। इससे वे न सिर्फ आत्म निर्भर होकर स्वरोजगार करेंगी बल्कि अपने आय से अपने घर परिवार के लिए कुछ बचत कर पायेगी। यह हम सभी के लिए खुशी की बात है कि हम सभी के साझा प्रयास से अब सखी मंडल की महिलाएं सशक्त होकर स्वाबलंबी हो रही हैं एवं दूसरों को भी अपने पैरों पर खड़ा होकर आगे बढ़ने हेतु प्रेरित कर रही हैं।